Sugar Prices Rise in Wholesale Market: इस साल चीनी उत्पादन 18% बढ़ने की उम्मीद है। ISMA के अनुमान के मुताबिक 2025-26 में 18% ज्यादा उत्पादन संभव है। इस साल 349 लाख टन उत्पादन की उम्मीद है जबकि 284 लाख टन घरेलू खपत रहने की उम्मीद है। फेस्टिवल सीजन में चीनी की खपत कैसी रहेगी और आगे कैसे डिमांड नजर आ रहे है। इस पर बात करते हुए MEIR कमोडिटीज के राहिल शेख ने कहा कि चीनी की खपत सालाना 5-6 लाख टन बढ़ी है। हालांकि इस साल चीनी की खपत थोड़ी घट सकती है। पिछले साल की तुलना में खपत घट सकती है। इस साल खपत 285 लाख टन रह सकती है।
चीनी की सप्लाई पर बात करते हुए उन्होने कहा कि देश में चीनी की अच्छी सप्लाई है।
1 अगस्त को 90 लाख टन का चीनी का स्टॉक था। अगस्त के डिस्पैच 24 लाख टन संभव है जबकि सितंबर के डिस्पैच 25 लाख टन संभव है। अक्टूबर में 40-45 लाख टन स्टॉक रहेगा
अगले साल की खपत 290 लाख टन संभव है। 3-4 लाख टन एथेनॉल के लिए डायवर्ट होगा। 10 में से 8 लाख टन चीनी का एक्सपोर्ट, 2 लाख टन रहेगा । UP, तमिलनाडु का बाजार एक्सपोर्ट मार्केट से ऊपर है।
देश में चीनी के भाव पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश में चीनी का रिटेल भाव फ्लैट रहा है। होलसेल भाव 2 महीने में 1-1.5 बढ़े है। स्टॉक कम होने से चीनी के भाव बढ़े। सरकार ने भी कम चीनी दी है। बारिश में चीनी थोड़ी खराब भी होती है। चीनी में नमी की मात्रा बढ़ जाती है। नॉर्थ में चीनी का स्टॉक ज्यादा है। दाम बढ़े तो 1-2 रुपये और बढ़ेंगे, ज्यादा नहीं।
चीनी की इंडस्ट्रियल खपत थोड़ा बढ़ा है। जबकि घरों में चीनी की खपत थोड़ी घट सकती है।
बतातें चलें कि हाल ही में इंडियन शुगर मिल्स एसोशिएशन (ISMA) के महानिदेशक दीपक बल्लानी ने सीएनबीसी-टीवी 18 से बातचीत में कहा कि भारत में त्योहारी सीज़न शुरू होने के साथ ही चीनी की कीमतें स्थिर रहने की उम्मीद है। दिवाली जैसे त्योहारों के दौरान मांग बढ़ने के बावजूद, बल्लानी को निकट भविष्य में खुदरा चीनी की कीमतों में कोई खास बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है। दीपक बल्लानी ने अपने बयान में कहा था कि, "आगे चलकर मांग और त्योहारों को देखते हुए मुझे खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।" उन्होंने आगे कहा कि भारत का चीनी स्टॉक पर्याप्त है और सीजन के अंत तक 52 से 53 लाख टन चीनी बची रहने की उम्मीद है, जिससे कीमतों में स्थिरता बनी रहेगी।
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