इस साल गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद है। अमेरिका का डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकलचर इस साल 115 मिलियन टन उत्पादन की उम्मीद जता रहा है। इस साल गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन का अनुमान है। 2025-26 सीजन में रिकॉर्ड उत्पादन का अनुमान है। USDA के मुताबिक रिकॉर्ड बुआई से उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। अनुकूल मौसम से भी उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।
नहीं हटेगा एक्सपोर्ट बैन?
अमेरिका का डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकलचर (USDA) का कहना है कि गेहूं पर लगा एक्सपोर्ट बैन कायम रह सकता है। भारत सरकार बैन को कायम रख सकती है। मई 2022 में भारत सरकार ने एक्सपोर्ट बैन लगाया था।
MSP पर सरकार की गेहूं की खरीद जारी है। FCI, राज्य की एजेंसियां गेहूं की खरीदारी कर हैं। 2025-26 मार्केटिंग सीजन के लिए खरीद कर रही है। 2 मिलियन टन की अब तक खरीद हुई है। सरकार का 31 मिलियन टन खरीद का लक्ष्य है।
बता दें कि हरियाणा, UP, MP में गेहूं की आवक शुरू हुई है। राजस्थान, गुजरात में भी गेहूं की आवक शुरू हुई है। मंडियों में कुल 3.8 मिलियन टन की आवक हुई है।
WPPS के चेयरमैन अजय गोयल का कहना है कि अच्छे मौसम में गेहूं का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। इस साल 2-4 मिलियन टन ज्यादा उत्पादन की उम्मीद है। 110-115 मिलियन टन के बीच उत्पादन की उम्मीद है।
अजय गोयल ने आगे कहा कि मंडियों में आवक भी अच्छी दिख रही है। सरकारी खरीद भी 30 मिलियन टन पहुंचने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश में गेहूं का उत्पादन काफी अच्छा हुआ है। सरकार की नीतियों पर बाजार की नजर बनी हुई है। गेहूं की मांग देश में लगातार बढ़ रही है। गेहूं की इंडस्ट्रियल मांग में काफी उछाल आया है। 30-35 मिलियन टन इंडस्ट्रियल खपत होने की उम्मीद है। पैकेज आटे की मांग भी लगातार बढ़ रही है।
अजय गोयल ने आगे कहा कि देश में गेहूं की 90-100 मिलियन टन की खपत है। गेहूं के भाव 1-2 महीने तक स्थिर बने रहेंगे। सप्लाई बढ़ने से कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है। सरकारी खरीद 29-30 मिलियन टन रहने पर दाम स्थिर बने रहेंगे। सरकार जून-जुलाई में एक्सपोर्ट पॉलिसी की समीक्षा करती है।
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