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रिकॉर्ड हाई बनाने के बाद से क्यों आई कॉफी की कीमतों में गिरावट, जानें और किन कमोडिटी में दिखा एक्शन

इंटरनेशनल मार्केट में कॉफी के दाम 2 हफ्तों के निचले स्तरों पर पहुंचे है। दरअसल, इन्वेंटरी बढ़ने से कीमतों में गिरावट आई है । फरवरीर में इन्वेंटरी 2% बढ़कर 7.75 लाख बैग हुई। अरेबिका कॉफी की इन्वेंटरी जनवरी से गिर रही थी

अपडेटेड Feb 27, 2025 पर 5:02 PM
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इंटरनेशनल मार्केट में कॉफी की कीमतों में गिरावट आई है। 13 फरवरी को रिकॉर्ड हाई बनाने के बाद से कॉफी की कीमतों में लागातर गिरावट देखी जा रही है।

इंटरनेशनल मार्केट में कॉफी की कीमतों में गिरावट आई है। 13 फरवरी को रिकॉर्ड हाई बनाने के बाद से कॉफी की कीमतों में लागातर गिरावट देखी जा रही है। वहीं NCDEX पर हल्दी में उतार चढ़ाव का दौर जारी है । इंटरनेशनल मार्केट में कॉफी के दाम 2 हफ्तों के निचले स्तरों पर पहुंचे है। दरअसल, इन्वेंटरी बढ़ने से कीमतों में गिरावट आई है । फरवरीर में इन्वेंटरी 2% बढ़कर 7.75 लाख बैग हुई। अरेबिका कॉफी की इन्वेंटरी जनवरी से गिर रही थी।

बता दें कि ब्राजील में कॉफी की बिक्री बढ़ी है। फरवरी 2024 से फरवरी 2025 तक ब्राजील में कॉफी के फसल की बिक्री 88 फीसदी बढ़ी है। जबकि फरवरी 2023-फरवरी 24 के कटाई के साल के दौरान कॉपी की बिक्री 79 फीसदी बढ़ी है। बीते 5 सालों का औसत बिक्री 82 फीसदी बढ़ी है।

हल्दी का उड़ा रंग?


हल्दी के कीमतों में लगातार दूसरे महीने दबाव कायम है। फरवरी में अब तक हल्दी के दाम 5% से ज्यादा गिरे जबकि जनवरी में भी दाम करीब 10% तक गिरे थे । नई फसल की आवक से कींमतों में दबाव आय़ा। अब तक 3 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में कटाई हुई है। पिछले साल की तुलना में 10% ज्यादा कटाई हुई। बाजार को उत्पादन में बढ़त की उम्मीद कम है। बेमौसम बारिश से फसल को नुसकान हुआ। नांदेड़ में उत्पादन 10-15% गिरने की आशंका है। अप्रैल-नवंबर 2024 में एक्सपोर्ट 10% बढ़ा है।

हल्दी के एक्सपोर्ट आंकड़ों पर नजर डालें तो अप्रैल-नवंबर 2023 के दौरान हल्दी का एक्सपोर्ट 1.11 लाख टन हुआ जबकि अप्रैल-नवंबर 2024 में एक्सपोर्ट आंकड़ा 1.22 लाख टन पर रहा।

SOPA की सरकार से अपील

इस बीच SOPA ने सरकार को चिट्ठी लिखकर इंडस्ट्री और किसानों की चिंता जाहिर की है। SOPA ने सरकार को लिखी चिट्ठी में कहा है कि सरकार NAFED को सोयाबीन न बेचने दे । NAFED का फैसला किसानों के हित में नहीं है। बिक्री से कीमतों में और गिरावट की आशंका है। सोयाबीन का भाव अभी ही MSP के नीचे है। सोयाबीन का MSP भाव 4892 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि मंडी में भाव 3900-4100 रुपये प्रति क्विंटल है।

SOPA के ईडी डी.एन. पाठक ने कहा कि सरकार NAFED को सोयाबीन की बिक्री करने से रोके। सोयाबीन का MSP भाव 4892 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि मंडी में भाव 3900-4100 रुपये प्रति क्विंटल के बीच चल रहे है। NAFED की बिक्री से दाम और गिरेंगे। ऐसे में किसान तुअर और मक्के की तरफ चले जाएंगे।

 

MoneyControl News

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First Published: Feb 27, 2025 5:02 PM

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