कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा है कि सभी ई-कॉमर्स कंपनियों को देश के कानूनों का पालन करना चाहिए। उन्होंने बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों पर कानूनों का जमकर उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश के हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए ये कंपनियां अपनी वित्तीय ताकत का इस्तेमाल नहीं कर सकती।
गोयल का कहना था कि इन कंपनियों के बहुत से तरीके उपभोक्ताओं और सरकार के हितों के खिलाफ हैं। सरकार ने हाल ही में ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए नियमों का मसौदा जारी किया है, जो देश और विदेश की सभी कंपनियों पर लागू हैं।
उन्होंने कहा, "देश का मार्केट बड़ा है और हम सभी कंपनियों का इसमें शामिल होने के लिए स्वागत करते हैं लेकिन कंपनियों को देश के नियमों और कानूनों के दायरे में कारोबार करना होगा। दुर्भाग्य से बहुत सी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों ने भारत में कई तरीकों से कानूनों का उल्लंघन किया है।"
गोयल ने बताया, "मैं इन बड़ी कंपनियों, विशेषतौर पर अमेरिकी कंपनियों के साथ कई बार बातचीत की है। मैं देख सकता हूं कि वित्तीय ताकत होने के कारण इनमें कुछ घमंड है। ये मार्केट के बड़े हिस्से पर कब्जा करने की कोशिश करती हैं जिससे किराना की दुकानों को नुकसान होता है।"
उनका कहना था कि यह गलत है। ऐसा नहीं होना चाहिए कि वित्तीय ताकत होने के कारण उन्हें देश के उपभोक्ताओं के हितों को नुकसान पहुंचाने की अनुमति दी जाए।
एक बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी की ओर से देश में एक अरब डॉलर के इनवेस्टमेंट की घोषणा पर अपनी टिप्पणियों को याद करते हुए गोयल ने कहा कि वह कंपनी फंडिंग कर रही थी क्योंकि उसे पिछले दो वर्षों में लॉस हुआ था।
गोयल ने पिछले वर्ष कहा था कि एमेजॉन भारत में इनवेस्टमेंट कर कोई फायदा नहीं पहुंचा रही। इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया था कि अगर कंपनी कम कीमत पर बिक्री नहीं कर रही तो उसे इतना बड़ा नुकसान कैसे हुआ है।
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