बर्कशायर हैथवे का कैश रिजर्व तीसरी तिमाही में बढ़कर 381.7 अरब डॉलर हो गया। कंपनी का कैश रिजर्व पहली बार इस लेवल पर पहुंचा है। इस दौरान कंपनी की ऑपरेटिंग अर्निंग्स 34 फीसदी बढ़कर 13.5 अरब डॉलर पहुंच गई। इसमें इंश्योरेंस अंडरराइटिंग प्रॉफिट में इजाफा का बड़ा हाथ है। तीसरी तिमाही में आपदा के मामले कम आए, जिसका फायदा कंपनी को मिला। बर्कशायर हैथवे ने 1 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंजों को यह जानकारी दी।
बफे ने 6.1 अरब डॉलर के शेयर बेचे
बर्कशायर हैथवे के सीईओ वॉरेन बफे ने तीसरी तिमाही में 6.1 अरब डॉलर के शेयर बेचे। कैश रिजर्व में इजाफा के बावजूद कंपनी की नेट इनवेस्टमेंट इनकम 13 फीसदी घटकर 3.2 अरब डॉलर रही। शॉर्ट टर्म इंटरेस्ट रेट में कमी की वजह से ऐसा हुआ। कंपनी के प्राइमरी इंश्योरेंस और रीइंश्योरेंस बिजनेस दोनों ही में तीसरी तिमाही में टैक्स से पहले अंडरराइटिंग प्रॉफिट देखने को मिला। एक साल पहले की समान अवधि में दोनों बिजनेसेज में लॉस हुआ था।
कंपनी ने नहीं किया शेयर बायबैक का ऐलान
लेकिन, बर्कशायर की ऑटो इंश्योरेंस कंपनी Geico का टैक्स से पहले का अंडरराइटिंग प्रॉफिट ज्यादा क्लेम की वजह से 13 फीसदी कम रहा। लगातार पांचवीं तिमाही कंपनी ने अपने शेयर बायबैक करने से इनकार कर दिया। हालांकि, कंपनी के शेयर में करीब 12 फीसदी गिरावट आई है। यह गिरावट इस साल मई बफे के इस ऐलान के बाद आई है कि वह इस साल के अंत तक कंपनी के सीईओ के पद को छोड़ देंगे।
बर्कशायर हैथवे के वित्तीय नतीजों पर मार्केट्स की नजर
बर्कशायर हैथवे के वित्तीय नतीजों पर मार्केट्स, एनालिस्ट्स और इनवेस्टर्स की करीबी नजरें रहती हैं। कंपनी के कई बिजनेसेज हैं, जिनमें इंश्योरेंस, रेल, एनर्जी और मैन्युफैक्चरिंग प्रमुख हैं। इसलिए बर्कशायर हैथवे के वित्तीय नतीजों से अमेरिकी इकोनॉमी की सेहत का पता चलता है।