HDFC Bank Q2 Results: देश की सबसे बड़ी प्राइवेट बैंक, एचडीएफसी बैंक ने शनिवार 18 सितंबर को मौजूदा वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए। बैंक ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 10.8 फीसदी बढ़कर 18,641.3 करोड़ रुपये रहा। अन्य स्रोतों से हुई अधिक आय और स्थिर कोर परफॉर्मेंस से बैंक को अपना मुनाफा बढ़ाने में मदद मिली। यह मुनाफा दलाल स्ट्रीट की उम्मीदों से बेहतर रहा, जिन्होंने इसका मुनाफा 16,714 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।
HDFC बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सितंबर तिमाही में 4.8% बढ़कर 31,551.5 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इसी तिमाही में 30,113.9 करोड़ रुपये रही थी। यह भी दलाल स्ट्रीट की उम्मीदों से अधिक रहा, जिन्होंने इसके 3 फीसदी बढ़कर 31,105 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।
वहीं, HDFC बैंक की अन्य स्रोतों से होने वाली आय (Other Income) में सितंबर तिमाही में 25% बढ़कर ₹14,350 करोड़ पर पहुंच गई। इससे बैंक के कुल इनकम और मुनाफे को मजबूती मिली। HDFC बैंक के प्रोविजन और कंटिंजेंसी खर्च इस तिमाही में 3,500.5 करोड़ रुपये रहे, जो पिछले साल इसी अवधि में रहे 2,700.5 करोड़ से 29.6% अधिक हैं।
HDFC बैंक का ग्रॉस NPA सितंबर तिमाही में 34,289.5 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 34,250.6 करोड़ रुपये था। वहीं इसका ग्रॉस NPA रेशियो इस दौरान 1.24 फीसदी रहा, जो पिछले साल इसी तिमाही में 1.36 फीसदी रहा था। यह सुधार दिखाता है कि बैंक ने लोन बुक क्वालिटी को मजबूत बनाए रखा है और बैड लोन पर नियंत्रण किया है।
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO से बड़ा एकमुश्त लाभ
इस तिमाही के दौरान बैंक को अपनी सहायक कंपनी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO से भी एकमुश्त बड़ा लाभ हुआ। HDB फाइनेंशियल ने 25 जून 2025 को अपना आईपीओ लॉन्च किया था। इसमें ₹2,500 करोड़ के फ्रेश इश्यू और ₹10,000 करोड़ के ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल था। OFS के तहत, HDFC बैंक ने 13.51 करोड़ शेयरों को 740 रुपये प्रति शेयर के भाव से बेचा। इससे बैंक को लगभग ₹9,128.4 करोड़ का प्री-टैक्स लाभ हुआ। यह लाभ सितंबर तिमाही में दर्ज किया गया।