IDFC First Bank Q2 Results: आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने शनिवार 17 अक्टूबर को मौजूदा वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर के नतीजे जारी किए। बैंक ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 75.4 फीसदी बढ़कर 352 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 201 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने बताया कि ब्याज से अधिक आय, कम प्रोविजनिंग और कंज्यूमर डिपॉजिट में उछाल से उसे अपना मुनाफा बढ़ाने में मदद मिली।
IDFC फर्स्ट बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सितंबर तिमाही में 6.8 फीसदी बढ़कर 5,112.7 करोड़ रुपये रहा। वहीं ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स इस दौरान बेहतर होकर 1.86 फीसदी रहा, जो इसकी पिछली तिमाही में 1.97 फीसदी था। वहीं इसका नेट एनपीए कम होकर 0.52 फीसदी पर आ गया, जो इसकी पिछली तिमाही में 0.55 फीसदी था।
बैंक का प्रोविजनिंग सितंबर तिमाही में 12.5 फीसदी घटकर 1,452 करोड़ रुपये रहा, जो इसकी पिछली तिमाही में 1,659 करोड़ रुपये था। खासतौर से माइक्राफाइनेंस सेगमेंट में बैंक की प्रोविजनिंह घटी है। IDFC फर्स्ट बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन सितंबर तिमाही में कम होकर 5.59 फीसदी रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6.18% रहा था।
बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ वी. वैद्यनाथन ने कहा कि बैंक की एसेट क्वालिटी स्थिर बनी हुई है और माइक्रोफाइनेंस सेगमेंट में दबाव अब काफी हद तक खत्म हो चुका है। उन्होंने बताया कि ऑपरेटिंग लेवरेज) में सुधार और धन की लागत (कॉस्ट ऑफ फंड्स) में गिरावट से आने वाले समय में बैंक की लाभप्रदता को सहारा मिलने की उम्मीद है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक वर्तमान में देशभर में 1,000 से अधिक शाखाओं के माध्यम से 3.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवाएं प्रदान कर रहा है।
IDFC फर्स्ट बैंक के शेयर शुक्रवार 17 अक्टूबर को एनएसई पर 0.22 फीसदी बढ़कर 71.95 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस साल की शुरुआत से अब तक बैंक के शेयरों में करीब 12 फीसदी की तेजी आ चुकी है।
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