Gensol Engineering होगी दिवालिया? IREDA ने कंपनी के खिलाफ दायर की दिवाला याचिका, फर्जीवाड़े का लगाया आरोप
सरकारी कंपनी IREDA का Gensol Engineering पर 510 करोड़ रुपये का बकाया है। इसके चलते IREDA ने Gensol के खिलाफ NCLT में दिवालियापन की याचिका दायर की है। SEBI जांच में कंपनी और उसके प्रमोटरों पर फंड की हेराफेरी और निजी खर्चों में दुरुपयोग का आरोप है। प्रमोटर पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं।
IREDA ने पहले भी Gensol के प्रमोटर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
सरकारी कंपनी IREDA (Indian Renewable Energy Development Agency) ने Gensol Engineering के खिलाफ दिवालियापन (Insolvency) की याचिका दायर की है। IREDA ने बुधवार को रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि उसने यह याचिका नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में दाखिल की है।
यह पहली बार है, जब किसी कर्जदाता ने Gensol के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है। जेनसोल और उसके पूर्व प्रमोटर- अनमोल सिंह जग्गी और उनके भाई पुनीत सिंह जग्गी के खिलाफ घोटाले और फंड की हेराफेरी की जांच चल रही है।
कितने पैसे का बकाया है?
IREDA ने बताया कि Gensol Engineering पर उसका कुल बकाया 510 करोड़ रुपये है, यानी लगभग 59.73 मिलियन डॉलर। कंपनी को यह पैसा इलेक्ट्रिक गाड़ियों की खरीद के लिए दिया गया था। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अपनी जांचा में पाया कि Gensol Engineering के जग्गी बंधुओं ने कर्ज के पैसों को अपनी निजी शौक-सुविधा के लिए खर्च किया।
कंपनी के प्रमोटर्स दे चुके हैं इस्तीफा
इससे कुछ दिन पहले Gensol के मैनेजिंग डायरेक्टर अनमोल सिंह जग्गी और उनके भाई पुनीत सिंह जग्गी ने इस्तीफा दे दिया था। दरअसल, SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने उन्हें कंपनी में किसी भी अहम पद पर बने रहने से रोक दिया है।
अनमोल सिंह BluSmart नाम की राइड-हेलिंग कंपनी के को-फाउंडर भी हैं। Gensol ने जो ईवी खरीदे थे, वो BluSmart को लीज पर दिए गए थे।
SEBI को अपनी जांच में क्या मिला?
SEBI ने अपनी जांच में पाया कि Gensol के प्रमोटर्स ने कंपनी के फंड का दुरुपयोग किया। उन्होंने कंपनी से पैसे निकालकर अपने लिए DLF गुरुग्राम में महंगा अपार्टमेंट खरीदा, लग्जरी गोल्फ सेट लिया, क्रेडिट कार्ड के बिल चुकाए और रिश्तेदारों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए।
रेगुलेटर ने यह भी कहा कि कंपनी ने निवेशकों, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों और लोन देने वाली संस्थाओं को गुमराह करने की कोशिश की। इसके लिए फर्जी दस्तावेज भी पेश किए गए।
Gensol ने कुल कितना कर्ज लिया था?
SEBI के मुताबिक, Gensol ने कुल 977.75 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। इसमें से 663.89 करोड़ रुपये खास तौर पर 6,400 इलेक्ट्रिक गाड़ियों की खरीद के लिए थे। ये गाड़ियां बाद में BluSmart को लीज पर दी गईं।
लेकिन जांच में सामने आया कि इन पैसों का एक बड़ा हिस्सा प्रमोटर्स ने अपने निजी खर्चों में इस्तेमाल किया। इस कारण कंपनी को भविष्य में ये रकम घाटे के तौर पर लिखनी पड़ सकती है, जिससे आम निवेशकों को नुकसान होगा।
IREDA की EoW में भी शिकायत
IREDA ने पहले भी Gensol के प्रमोटर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि प्रमोटर्स ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटा दी, वो भी बिना लोन देने वालों की इजाजत के। 24 अप्रैल को IREDA ने इस मामले को Economic Offences Wing (EoW) तक पहुंचाया।
क्या आगे होगा?
SEBI ने Gensol को निर्देश दिया है कि वह अपनी और अपनी सभी संबंधित कंपनियों की फॉरेंसिक ऑडिट करवाए। इसका मतलब है कि अब कंपनी की बहीखातों की गहराई से जांच होगी, ताकि पता चल सके कि पैसा कहां-कहां और कैसे भेजा गया।
Gensol के शेयरों का हाल
Gensol Engineering के शेयर में भारी गिरावट के बाद बीते दो दिन से अपर सर्किट लग रहा है। कंपनी के शेयर बुधवार को 5.00% अपर सर्किट के साथ 59.47 रुपये पर बंद हुए। यह शेयर अपने 52 वीक के हाई से 95.43% टूट चुका है। वहीं, अपने ऑलटाइम हाई से यह स्टॉक करीब 97.85% नीचे है।