रियल एस्टेट जगत की दो जानी-मानी हस्तियों- अभिषेक लोढ़ा और अभिनंदन लोढ़ा के बीच लंबे समय से चल रहा ब्रांड ट्रेडमार्क का विवाद अब समाप्त हो गया है। दोनों भाइयों ने आपसी सहमति से सभी विवादों को सुलझा लिया है और अपने-अपने बिजनेसों के लिए अलग-अलग ब्रांड के नाम का इस्तेमाल करने पर सहमति जताई है।
क्या है समझौते की शर्तें?
समझौते के अनुसार, अभिषेक लोढ़ा की अगुआई वाली मैक्रोटेक डेवलपर्स (Macrotech Developers) के पास अब ‘लोढ़ा’ और ‘लोढ़ा ग्रुप’ ब्रांड नामों के एक्सक्लूसिव ओनरशिप और इस्तेमाल के अधिकार होंगे। वहीं, अभिनंदन लोढ़ा केवल ‘हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा’ (House of Abhinandan Lodha - HoABL) ब्रांड नाम का इस्तेमाल करेंगे।
यह ब्रांड ट्रेडमार्क विवाद तब बढ़ गया था जब जनवरी 2025 में मैक्रोटेक डेवलपर्स ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें यह मांग की गई थी कि अभिनंदन लोढ़ा को ‘लोढ़ा’ नाम का इस्तेमाल करने से रोका जाए। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया कि अभिनंदन ने फर्जी दस्तावेजो का सहारा लेकर ब्रांड के नाम का दुरुपयोग करने की कोशिश की है।
अभिनंदन लोढ़ा ने 2015 में लोढ़ा ग्रुप से अलग होकर हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा (HoABL) की स्थापना की थी। मैक्रोटेक ने अपनी याचिका में यह भी कहा था कि 2017 के पारिवारिक समझौते और दिसंबर 2023 के एक अतिरिक्त समझौते के तहत अभिनंदन लोढ़ा को ‘लोढ़ा’ नाम का इस्तेमाल करने से मना किया गया था।
दोनों पक्षों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि वे इस शांतिपूर्ण समाधान के लिए रिटायर्ड जस्टिस आरवी रवींद्रन के प्रति आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने मध्यस्थता में अहम भूमिका निभाई और इस समाधान तक पहुंचने में सहायता की। दोनों भाइयों ने यह भी साफ किया कि इस मुद्दे पर अब आगे कोई और सार्वजनिक बयान नहीं दिया जाएगा।
अब जहां अभिषेक लोढ़ा ‘लोढ़ा ग्रुप’ के नाम से रियल एस्टेट कारोबार को आगे बढ़ाएंगे, वहीं अभिनंदन लोढ़ा अपनी अलग पहचान ‘HoABL’ के तहत जमीन और प्रॉपर्टी इनवेस्टमेंट के क्षेत्र में काम करते रहेंगे।
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