गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई बच्चों की मौत के मामले में आरोपित डॉक्टर कफील खान (Doctor Kafeel Khan) को बर्खास्त कर दिया गया है। फिलहाल निलंबित चल रहे डॉक्टर कफील खान ने गुरुवार को ट्विटर पर कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने उनकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं। 22 अगस्त 2017 को खान को सेवाओं से निलंबित कर दिया गया था।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) आलोक कुमार ने पीटीआई को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जांच में दोषी पाए जाने के बाद डॉ. कफील खान को बर्खास्त कर दिया गया है। अभी तक निलंबित चल रहे डॉ. कफील को महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा (डीजीएमई) कार्यालय से संबद्ध किया गया था।
प्रमुख सचिव कुमार ने बताया कि यह मामला चूंकि अदालत में चल रहा है, इसलिए बर्खास्त किए जाने के संबंध में अदालत में जानकारी दी जाएगी। खान का दावा है कि उनके साथ सात अन्य को भी निलंबित कर दिया गया था, जिनमें से सभी को अब बहाल कर दिया गया है।
कफील खान के खिलाफी हुई इस कार्रवाई को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रयंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि उप्र सरकार द्वारा डॉ. कफील खान की बर्खास्तगी दुर्भावना से प्रेरित है।
प्रियंका ने कहा कि नफरती एजेंडा से प्रेरित सरकार उनको प्रताड़ित करने के लिए ये सब कर रही है। लेकिन सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि वो संविधान से ऊपर नहीं है। कांग्रेस पार्टी डॉ कफील की न्याय की लड़ाई में उनके साथ है और हमेशा रहेगी।
गौरतलब है कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में अगस्त 2017 में ऑक्सीजन की कमी से कई बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद 22 अगस्त को डॉ. कफील को निलंबित कर दिया गया था, उनके खिलाफ जांच चल रही थी।