दुनिया भर में बर्ड फ्लू का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। किसी न किसी देश से इस फ्लू से संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। इस बीच बिहार में भी बर्ड फ्लू के प्रकोप से हड़कंप मच गया है। राजधानी पटना और भागलुपर में बर्डफ्लू की पुष्टि हुई है। मृत पक्षियों के नमूनों की जांच में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के संक्रमण का पता चला है। इसके बाद अधिकारियों ने सावधानी बरतते हुए करीब 25 पक्षियों को मार दिया गया है। मुर्गियों को मारने का काम शुरू कर दिया गया है। भागलुपर में बाहरी लोगों की आवजाही पर रोक लगा दी गई है।
पटना एयरपोर्ट के पास स्थित वेटनरी कॉलेज के आसपास 25 पक्षियों को मार दिया गया है। इसके बाद प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रभावित इलाके के तीन किलोमीटर के दायरे में स्थित मुर्गी पालन इकाइयों से नमूने लेने का काम शुरू कर दिया गया है।
एक किलो मीटर के दायरे में चिकन बेचने पर रोक
बर्ड फ्लू के बारे में पता चलने के बाद भागलपुर में एक किलोमीटर के दायरे में चिकन की दुकानों को बंद करा दिया गया है। इस दायरे में अगर कोई चिकन की दुकानें खुली मिलेंगी तो उन्हें सील कर दिया जाएगा। वहीं अंडे से चूजा तैयार करने वाली मशीन को बंद कर दिया गया है। एकत्र अंडे को भी नष्ट कर दिया जायेगा। इसके साथ ही जिला पशुपालन विभाग के डॉक्टरों की टीम 10 किमी के दायरे स्थित के सभी चिकन की दुकानों की जांच की जाएगी।
बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लुएंजा भी कहते हैं। यह एक वायरल इन्फेक्शन है। ये पक्षियों से पक्षियों में फैलता है। ज्यादातर पक्षियों के लिए यह जानलेवा भी साबित होता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, बर्ड फ्लू आमतौर पर जंगली पक्षियों के जरिए पालतू पक्षियों में फैलता है। CDC का कहना है कि संक्रमित पक्षी की लार, नाक से निकलने वाला लिक्विड या मल के जरिए वायरस फैल सकता है। ऐसे में जब दूसरा पक्षी इससे संपर्क में आता है तो वो भी संक्रमित हो सकता है।
बर्ड फ्लू से संक्रमित होने के लक्षण
यह बीमारी मुख्य रूप से पक्षियों में पाई जाती है लेकिन कुछ मामलों में यह मनुष्यों में भी फैल सकती है। बर्ड फ्लू के लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और कभी-कभी दस्त और उल्टी शामिल हैं।
बर्ड फ्लू से बचाव के उपाय
हाथों को अच्छी तरह से और बार-बार धोएं, खासकर अगर आप पक्षियों के आसपास रहते हैं तब और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। संक्रमित पक्षियों से दूरी बनाए रखें और उनके मल या अन्य स्राव के संपर्क में न आएं। अंडे को अच्छी तरह पकाकर खाएं क्योंकि उच्च तापमान पर वायरस मर जाते हैं। इन्फ्लूएंजा के प्रकोप के बारे में जानकारी रखें और स्वास्थ्य संबंधी सलाह का पालन करें। अगर आपके इलाके में बर्ड फ्लू का प्रकोप हो तो पोल्ट्री फार्म्स पर जाने से बचें।