होली का जश्न मनाना और रंग में पूरी तरह डूब जाने का अपना ही मजा होता है। इस दिन को लोग दिल खोलकर मनाते हैं। खूब गुझिया और मिठाईयां खाते हैं। कोई भी त्योहार मिठाइयों के बिना अधूरा रहता है। लेकिन डायबिटीज के मरीज शुगर बढ़ने की वजह से मीठा खाने से परहेज करते हैं। ऐसे में उनके लिए त्योहार की रौनक कम हो जाती है। खुशियों के मौके पर डायबिटीज के मरीज भी मिठाइयों का सेवन कर लेते हैं। हालांकि कई बार शुगर पेशेंट्स ज्यादा मिठाइयां और पकवान खा लेते हैं। जिससे उनका ब्लड शुगर तेजी से बढ़ जाता है। ऐसे में शुगर लेवल को कंट्रोल करना बहुत जरूरी होता है। अगर आप भी डायबिटीज से परेशान हैं और मीठा खाना पसंद है, तो इस दिवाली इन मिठाइयों का आनंद ले सकते हैं।
अब सवाल है कि होली पर डायबिटीज के मरीज किस तरह की मिठाई खाएं। जिससे शुगर न बढ़े। अगर ज्यादा मिठाइयां खाने से शुगर लेवल बढ़ जाए, तो कैसे कंट्रोल कर सकते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों को त्योहारों के मौसम में खाने-पीने को लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। आमतौर पर शुगर के सभी मरीजों को होली पर मिठाइयों और पकवानों से परहेज करना चाहिए। अगर मिठाई खाने का मन हो, तो घर पर शुगर फ्री मिठाई बनाकर खा सकते हैं।
शुगर के मरीज किन मिठाइयों का करें सेवन?
हेल्थ से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना है कि डायबिटीज के मरीजों को बाजार की मिठाइयों से दूर रहना चाहिए। अगर वे घर पर स्टीविया ग्रास डालकर मिठाई बनाएं, तो उसका कम मात्रा में सेवन किया जा सकता है। दूध से बनाए जाने वाले खोया में नेचुरल मिठास होती है। लिहाजा शुगर के मरीजों को उसमें मीठा नहीं मिलाना चाहिए। डायबिटीज पेशेंट्स मिठाइयों के बजाय मीठे फलों का सेवन कर सकते हैं। फलों में नेचुरल शुगर तो होती है, लेकिन फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। जिससे शुगर लेवल ज्यादा नहीं बढ़ता है। कम मात्रा में ड्राई फ्रूट्स का सेवन भी किया जा सकता है।
फेस्टिव सीजन में सेब का हलवा भी बना सकते हैं। इसे भी बनाने के लिए गुड़ का उपयोग करें। जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
अंजीर में नेचुरल शुगर पाया जाता है। आप इसकी बर्फी बना सकते हैं। इसमें आप चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे डायबिटीज के मरीजों को कोई ज्यादा नुकसान नहीं होगा और मीठा खाने का भी आनंद ले सकते हैं, लेकिन इसे पर्याप्त मात्रा में ही खाएं।
ब्लड शुगर बढ़ने पर ऐसे करें कंट्रोल
अगर ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाए, तो समय पर दवा लेना चाहिए। एक्सरसाइज करने से शुगर कंट्रोल हो सकता है। वहीं अगर शुगर लेवल ज्यादा हो, तो कैलोरी इनटेक कम कर देना चाहिए। पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं और हल्की डाइट लेना चाहिए। शुगर अनकंट्रोल हो जाए, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।