दिल सिर्फ एक अंग नहीं, बल्कि हमारी जिंदगी की धड़कन है। जब तक ये सही तरीके से काम करता है, तब तक हम सेहतमंद और ऊर्जावान महसूस करते हैं। लेकिन बदलती जीवनशैली, असंतुलित खानपान, बढ़ता तनाव और शारीरिक निष्क्रियता के कारण अब कम उम्र में ही दिल कमजोर होने लगा है। पहले जहां हार्ट प्रॉब्लम्स सिर्फ उम्रदराज लोगों में देखने को मिलती थीं, वहीं अब युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। अगर हल्का काम करने पर थकावट महसूस होती है, सांस फूलने लगती है, पैरों में सूजन आती है या दिल की धड़कन अनियमित रहती है,
तो इसे नजरअंदाज न करें। ये लक्षण दिल की कमजोरी का संकेत हो सकते हैं। सही समय पर सतर्क रहकर और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर हम अपने दिल को मजबूत बना सकते हैं।
अगर हल्का-फुल्का काम करने के बाद भी आप जरूरत से ज्यादा थक जाते हैं या सीढ़ियां चढ़ते ही सांस फूलने लगती है, तो ये हार्ट वीकनेस का संकेत हो सकता है।
सांस फूलना और सीने में दबाव
कमजोर दिल शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचा पाता, जिससे हल्की फिजिकल एक्टिविटी के बाद भी सांस फूलने लगती है। कई बार छाती में भारीपन और दबाव महसूस होता है।
अगर आपका दिल बहुत तेज, बहुत धीमा या अनियमित रूप से धड़कता है, तो ये एरिदमिया (Arrhythmia) नामक समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
जब दिल सही तरीके से ब्लड पंप नहीं कर पाता, तो शरीर में फ्लूइड जमा होने लगता है, जिससे पैरों, टखनों और पेट में सूजन आ जाती है।
बार-बार चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना
अगर आपको बार-बार चक्कर आते हैं या कमजोरी महसूस होती है, तो ये ब्लड सर्कुलेशन की समस्या के कारण हो सकता है, जो दिल की कमजोरी का इशारा करता है।
नींद में सांस फूलना या खर्राटे आना
अगर सोते समय आपको सांस लेने में दिक्कत होती है या खर्राटे आते हैं, तो ये हार्ट प्रॉब्लम का संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
जंक फूड, शराब और धूम्रपान
दिल को मजबूत बनाने के आसान उपाय
रोजाना एक्सरसाइज करें – कम से कम 30 मिनट वॉक, योग या कार्डियो एक्सरसाइज करें।
संतुलित आहार लें – ज्यादा फाइबर, हरी सब्जियां, फल और हेल्दी फैट्स को डाइट में शामिल करें।
धूम्रपान और शराब से बचें – ये दिल की सेहत के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
तनाव को करें कम – मेडिटेशन, गहरी सांस लेने की तकनीक और भरपूर नींद लें।
स्वास्थ्य जांच कराएं – ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल की समय-समय पर जांच कराते रहें।
अपने दिल का सही तरीके से ख्याल रखें, ताकि यह लंबे समय तक सेहतमंद बना रहे।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।