ABG Shipyard Scam: केंद्रीय वित्तीय जांच एजेंसी ईडी ने जहाज बनाने वाली दिग्गज कंपनी एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) पर आज 22 सितंबर को बड़ी कार्रवाई की है। ED ने एबीजी शिपयार्ड की 2,747 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में हुई है। ईडी ने कार्रवाई के तहत कंपनी के 2747 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के शिपयार्ड, खेती की जमीन और बैंक डिपॉजिट्स को जब्त किया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने यह कार्रवाई केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई द्वारा कंपनी के फाउंडर, चेयरमैन और एमडी ऋषि कमलेश अग्रवाल को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद की है। सीबीआई ने अग्रवाल को एसबीआई के नेतृ्त्व में 28 बैंकों और वित्तीय संस्थानों के कंसोर्टियम को 22842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है।
ये संपत्तियां हुई हैं जब्त
ईडी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक जब्त संपत्तियों में गुजरात में सूरत और दाहेज में स्थित शिपयार्ड, कृषि भूमि और प्लॉट शामिल हैं। इसके अलावा गुजरात और महाराष्ट्र में कई कॉमर्शियल और आवासीय परिसर को भी जब्त किया है। ईडी ने एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड, उसके समूह की कंपनियों और इससे जुड़ी कंपनियों के बैंक खातों को भी जब्त किया है।
ईडी के मुताबिक एबीजी शिपयार्ड ने आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई की अगुवाई वाले 28 बैंकों और वित्तीय संस्थानों के कंसोर्टियम से 2,468.51 करोड़ रुपये का कर्ज लिया। यह कर्ज पूंजी की जरूरतों और अन्य व्यावसायिक खर्चों को पूरा करने के लिए लिया गया था। हालांकि ईडी का कहना है कि एबीजी शिपयार्ड ने इसे भारत और विदेश में दूसरे स्थानों पर भेज दिया। इसके लिए कंपनी ने कई कर्जों, एडवांस और इंवेस्टमेंट जैसे रास्तों का सहारा लिया। आरोपों के मुताबिक इन कथित अवैध लेन-देन से बैंकों के कंसोर्टियम को 22,842 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।