Arunachal Pradesh Faceoff: चीन (China) और भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों के बीच एक बार फिर टकराव (Faceoff) होने की जानकारी सामने आई है। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस बार ये संघर्ष अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में हुआ। 9 दिसंबर 2022 को, PLA सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर (Tawang Sector) में LAC को क्रॉस करने की कोशिश की।
सूत्रों ने आगे बताया कि PLA की इस हरकत का भारतीय सैनिकों ने दृढ़ता और सूझबूझ से मुकाबला किया। इस आमने-सामने की लड़ाई में दोनों पक्षों के कुछ कर्मियों को मामूली चोटें आईं। हालांकि, दोनों पक्ष तुरंत इलाके से पीछे हट गए।
उन्होंने आगे बताया कि घटना की जवाबी कार्रवाई में, क्षेत्र में भारत के कमांडर ने शांति बहाल करने के लिए नियम और कायदे के अनुसार इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए अपने समकक्ष के साथ एक फ्लैग मीटिंग भी की थी।
अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में LAC के साथ कुछ क्षेत्रों में, दोनों देशों के अलग-अलग दावे हैं। जिसमें दोनों पक्ष अपने दावे की रेखा तक क्षेत्र में गश्त करते हैं और 2006 से यही चलन है।
The Hindu के मुताबिक, ये झड़प तवांग के यांग्त्से में हुई थी। टकराव की पुष्टि करते हुए, मामले की जानकारी रखने वाले एक रक्षा अधिकारी ने ज्यादा जानकारी दिए बिना बाताया, "भारतीय पक्ष के मुकाबले चीनी पक्ष के ज्यादा सैनिक घायल हुए हैं।"
15 जून, 2020 की घटना के बाद ये इस करह की पहली घटना है, तब लद्दाख (Ladakh) की गलवान घाटी (Galwan Valley) में PLA सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे।
Arunachal Pradesh Faceoff: कई सैनिकों के हाथ-पैर टूटे
अखबार के मुताबिक हालांकि, कई वरिष्ठ अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए घटना की बारीकियों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। साथ ही सेना की तरफ से भी इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
रिपोर्ट में एक दूसरे सूत्र के हवाले से बताया, झड़प के दौरान कुछ सैनिकों के हाथ-पैर टूट गए और कहा जाता है कि उनका गुवाहाटी के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। सूत्र ने कहा कि संघर्ष के समय PLA के करीब 600 सैनिक मौजूद थे।
यह पहली बार नहीं है जब अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच आमना-सामना हुआ है। क्योंकि सीमा अपरिभाषित है। इसलिए क्षेत्र में गश्त करते समय भारतीय और चीनी सैनिकों का अक्सर आमना-सामना होता है।
अक्टूबर 2021 में, इसी तरह की एक घटना हुई थी, जब एक बड़े गश्ती दल के कुछ चीनी सैनिकों को भारतीय सेना ने कई घंटों तक हिरासत में रखा था। हालांकि, वो एक मामूली टकराव था और तब भी ये घटना यांग्त्से के पास हुई थी।