AUGUST WPI DATA: कॉमर्स मिनिस्ट्री की तरफ से 14 सितंबर को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि भारत की थोक महंगाई दर अगस्त में लगातार पांचवें महीने निगेटिव जोन में रहीं। हालांकि निगेटिव जोन में रहने के बावजूद थोक महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) के हाई -0.52 फीसदी पर पहुंच गई है। अगस्त में होलसेल महंगाई जुलाई के -1.36 फीसदी से बढ़कर -0.52 फीसदी पर आई है। हालांकि इसके -0.6 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया था। अगस्त में खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई जुलाई के 7.75 फीसदी से घटकर 5.62 फीसदी पर रही है।
प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई घटी
अगस्त में प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई जुलाई के 7.57 फीसदी से घटकर 6.34 फीसदी पर रही है। वहीं, ईंधन और बिजली की थोक महंगाई -12.79 फीसदी से बढ़कर -6.03 फीसदी पर रही है। अगस्त में देश में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई जुलाई के -2.51 फीसदी से बढ़कर -2.37 फीसदी पर रही है। अगस्त में कोर महंगाई दर -2.2 फीसदी पर बरकरार रही है।
थोक महंगाई के ये आंकड़े सरकार द्वारा 12 सितंबर को जारी किए गए अगस्त के रिटेल (सीपीआई) महंगाई के आंकड़ों के दो दिन बाद आए हैं। 12 सितंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में भारत की रिटेल महंगाई दर जुलाई के 15 महीने के उच्चतम स्तर 7.44 फीसदी से घटकर 6.83 फीसदी पर रही है।
ईंधन और बिजली की महंगाई से पहुंचाई सबसे ज्यादा चोट
हालांकि, अगस्त में रिटेल महंगाई में महीने-दर-महीने 0.1 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, डब्ल्यूपीआई के ऑल-कमोडिटी इंडेक्स में मंथली बेसिस पर 0.3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। अगस्त में थोक कीमतों में आई इस तेजी में ईंधन और बिजली की कीमतों में बढ़त का सबसे ज्यादा योगदान रहा है। हालांकि साल-दर-साल आधार पर ईंधन और बिजली की महंगाई दर शून्य से नीचे रही है लेकिन तिमाही आधार पर इसमें लगभग 3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
टमाटर की महंगाई घटी, प्याज ने निकाले आंसू
सब्जियों की बात करें तो अगस्त में प्याज की थोक महंगाई में महीने दर महीने आधार पर 24 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। जबकि आलू की थोक महंगाई में जुलाई की तुलना में 0.5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वहीं, टमाटर की थोक कीमतों में जुलाई की तुलना में 19.6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।