अयोध्या में रामलला के मंदिर की ओर जाने वाले राम पथ और भक्ति पथ पर लगाई गई 50 लाख रुपए से ज्यादा कीमत की 3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ चोरों ने चुरा लीं। चोरी की ये घटनाएं अयोध्या के सबसे महत्वपूर्ण और सुरक्षित माने जाने वाली जगह पर हुईं और पुलिस फोर्स सहित किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी। इस सब में सबसे ज्यादा हैरान की बात ये है कि अधिकारी कह रहे हैं कि इतनी लाइटें चोरी हो ही नहीं सकतीं, क्योंकि इतनी लाइटें तो हमने लगाई है नहीं हैं।
न्यूज एजेंसी ANI से इस मामले पर बात करते हुए, कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा, "ठेकेदार ने जानकारी दी है कि पेड़ों से फैंसी 'बैम्बू लाइटें' चोरी हो गई हैं। इतनी बड़ी मात्रा में लाइटें चोरी होना संभव नहीं है, क्योंकि दिन-रात पुलिस गश्त रहती है। उस इलाके में व्यापारी हैं, सड़कों पर आवाजाही होती है।"
उन्होंने आगे कहा, "अयोध्या (Ayodhya) में शुरुआती जानकारी के मुताबिक, हमने इतनी बड़ी संख्या में लाइटें लगाईं नहीं हैं, जितनी जानकारी मिली है कि करीब 3600 लाइटें चोरी हो गई हैं, फिर भी हम इसकी जांच कराएंगे।"
कुल कितनी लाइटें लगाईं और कितनी हुई चोरी?
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से दिए गए ठेके के तहत फर्म यश एंटरप्राइजेज और कृष्णा ऑटोमोबाइल्स की तरफ से रामपथ के पेड़ों पर 6,400 ‘बैम्बू लाइट’ और भक्तिपथ पर 96 ‘गोबो प्रोजेक्टर’ लाइट लगाई गई थीं।
फर्म के प्रतिनिधि शेखर शर्मा के अनुसार रामपथ और भक्तिपथ पर लगाई गई 3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ चोरी हो गई हैं। उनके की तरफ से ही राम जन्मभूमि थाने में मामला भी दर्ज कराया गया है।
चोरी के दो महीने बाद दर्ज कराया गया केस
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार "रामपथ पर 6,400 बैम्बू लाइट और भक्ति पथ पर 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइट लगाई गई थीं। 19 मार्च तक सभी लाइट लग चुकी थीं, लेकिन नौ मई को निरीक्षण के बाद पता चला कि कुछ लाइटें गायब हैं। जांच में मालूम हुआ कि करीब 3,800 बैम्बू लाइट और 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइट चोरों ने चुरा ली हैं।’’
दर्ज शिकायत के अनुसार यह स्वीकार किया गया कि फर्म को इस चोरी की जानकारी मई में हुई, लेकिन मुकदमा चोरी के दो महीने बाद नौ अगस्त को दर्ज कराई गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।