प्रयागराज में जोर शोर से महाकुंभ की तैयारियां चल रही हैं। डेढ़ महीने चलने वाले इस उत्सव में देश विदेश से तकरीबन 40 करोड़ श्रद्धालु जुटेंगे। ज्यादा भीड़ मतलब ज्यादा बिजनेस। यही वजह है कि यहां छोटे अस्थायी दुकानों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। प्रयागराज महाकुंभ में इस बार डेढ़ महीने के दौरान करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। जाहिर है इतने बड़े फुटफॉल से बड़े बिजनेस के मौके मिलेंगे। महाकुंभ मेला परिसर में स्टॉल्स के दाम आसमान छू रहे हैं। आलम यह है कि 30 बाई 35 फीट की छोटी सी दुकान के लिए भी व्यवसाइयों को 75 लाख रुपए तक गिनने पड़ रहे हैं।
प्रयागराज में स्टॉल्स रेस्त्रां संचालकों के लिए भले ही रेट बढ़ गए हों लेकिन यहां के होटल्स और रेस्त्रां संचालकों ने 2019 के तजुर्बों से सीख लेते हुए रेट नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। दरअसल 2019 में अर्ध कुंभ के दौरान होटल्स के किराए 20 से लेकर 40 हजार रुपए तक बढ़ गए थे। इसका फायदा बनारस के होटल संचालकों ने उठा लिया और प्रयागराज के होटल्स खाली रह गए। लेकिन इस बार पुरानी गलती नहीं दोहराई जाएगी।
प्रयागराज में सूचीबद्ध और गैर सूचीबद्ध तकरीबन पौने तीन सौ होट्लस और रेस्त्रां हैं। बावजूद इसके इतनी बड़ी तादाद में पहुंचनेवाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बड़ी संख्या में आवासों की जरूरत होगी। ऐसे में सरकार की ओर से गंगा किनारे मल्टिफैसिलिटीज लग्जरियस टेंट सिटी तैयार की गई है और स्थानीय लोगों से होम स्टे सर्विस तैयार करने की अपील की जा रही है।
महाकुंभ शुरू होने में अभी महीने भर का वक्त है और प्रशासन खान पान और रैन बरेसे की हर जरूरत पूरा करने के साथ साथ भव्तता का नया शिखर छूने की तैयारी कर रहा है।
महाकुंभ से पहले प्रयागराज एयरपोर्ट की बदलेगी सूरत, पुराने टर्मिनल का विस्तार, नए पर भी विचार
महाकुंभ से पहले प्रयागराज एयरपोर्ट का चेहरा बदलने जा रहा है। सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सैकड़ों करोड़ की योजना बनाई है। जल्द ही यहां नए टर्मिनल की शुरुआत होगी और कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी। प्रयागराज एयरपोर्ट पर विमानों के लिए पार्किंग बे बढ़ेगी। पार्किंग बे की संख्या 4 से 15 होगी। बोर्डिंग ब्रिज की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। बोर्डिंग ब्रिज 2 से बढ़ाकर 6 करने की योजना है। पुराने टर्मिनल का विस्तार तो होगा ही। नया टर्मिनल भी बनेगा। पैसेंजर की क्षमता 540 से बढ़कर 850 करने की योजना है। साल के अंत तक यह क्षमता 1,500 तक होगी।
प्रयागराज से 23 शहरों से उड़ान की योजना है। यहां रात में भी विमानों के उतरने की सुविधा विकसित की जाएगी। महाकुंभ के लिए स्पेशल चार्टर्ड विमान सेवाएं शुरू की जाएंगी। "उड़ान यात्रा कैफे" जैसी खाने-पीने की व्यवस्था होगी। इस एयरपोर्ट को त्रिवेणी थीम पर सजाया जाएगा।