महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई के दादर वेस्ट से एक ठगी का मामला सामने आया है। जहां पर एक कंपनी ने निवेशकों को 13.48 करोड़ रुपये की ठगी का शिकार बनाया है। सोमवार को धोखाधड़ी का मामला तब सामने आया जब कई निवेशकों ने कंपनी के कार्यालयों पर ताला लगा पाया। कंपनी को बंद देख सभी निवेशक दादर वेस्ट स्थित टॉरेस वास्तु सेंटर बिल्डिंग के बाहर जमा हो गए और हंगामा करने लगे।
पुलिस के निवेशकों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक प्लैटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सर्वेश अशोक सुरवे, विक्टोरिया कोवालेन्को, सीईओ तौफीक रियाज उर्फ जॉन कार्टर, जनरल मैनेजर टानिया कोसाटोवा और स्टोर इंचार्ज वेलेंटिना कुमार समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है।
निवेशकों ने गवाएं 13.48 करोड़ रुपये
ऐसा कहा जा रहा है कि लगभग सात लोगों ने इस धोखाधड़ी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाया है। इस योजना में इन्होंने 13.48 करोड़ रुपये गंवा दिए हैं। 'टॉरेस' ब्रांड के तहत काम करने वाली कंपनी ने निवेशकों को ज्यादा रिटर्न का लालच दी थी, जिसके बाद से निवेशकों ने इस कंपनी में अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी। शिकायतकर्ताओं का बताया कि, उन्होंने प्लैटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड में पैसे लगाए थे। कंपनी ने "मोइसनाइट" में निवेश करने वालों को हर हफ्ते 6% तक का रिटर्न का वादा किया था। शुरुआत में कंपनी ने हर सप्ताह भुगतान किया। लेकिन दिसंबर के बाद अचानक से भुगतान आने बंद हो गए, जिसके बाद निवेशकों को उनके साथ ठगी होने का शक हुआ।
पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत
निवेशकों ने अपनी शिकायत शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई है। पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता और महाराष्ट्र निवेशकों के हित संरक्षण अधिनियम (MPID) के तहत कंपनी और उसके मैनेजमेंट के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात और अन्य आरोपों में शिकायत दर्ज की है।