कोरोनावायरस संक्रमण के मामले देश में धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। ऐसे में आगे का दौर कैसा रहेगा, इस पर WHO ने चेतावनी दी है। WHO के डॉक्टरों ने चेताया है कि सर्दियों में संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है। सर्दियों में घर के अंदर ज्यादा से ज्यादा लोग रहते हैं जिसकी वजह से वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता है।
वैसे WHO ने यह भी भरोसा दिलाया है कि इस साल के अंत तक कोरोनावायरस संक्रमण का खतरनाक स्तर कम हो सकता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि संक्रमण से बचाव का टीका लगाया जा सके। इस बारे में WHO की मारिया वान केरखोव ने कहा, "हमारा मानना है कि इस साल के अंत तक कोरोनावायरस के खतरनाक स्तर खत्म हो जाएगा। लेकिन इसके लिए वैक्सीन को बढ़ावा देना जरूरी है। इसके साथ ही हम इस खतरे से भी बचे नहीं हैं कि कोरोनावायरस संक्रमण का म्यूटेशन और बढ़ेगा।"
केरखोव ने कहा, हमें जरूरत है कि कोरोनावायरस संक्रमण के बाद के हालात से हमें सीखने की जरूरत है। हम Covid-19 की स्टडी का डेटा जुटा रहे हैं। WHO इस बात का पता लगा रहा है कि दिल, लंग्स, ब्रेन और शरीर के दूसरे पार्ट्स पर संक्रमण का क्या असर है।
हालांकि ऐसा नहीं है कि कोरोनावायरस के नए वेरिएंट के म्यूटेशन का खतरा कम हो गया है। इस हफ्ते की शुरुआत में WHO ने कहा था कि म्यूटेशन का जोखिम अभी बरकरार है।
WHO ने चेतावनी दी है कि सर्दियां शुरू होने पर दक्षिणी गोलार्ध के देशों में संक्रमण का खतरा बढ़ेगा। WHO ने कहा है, "कोरोनावायरस संक्रमण की नई लहर का खतरा बढ़ गया है। ठंडे तापमान में संक्रमण ज्यादा जल्दी बढ़ता है क्योंकि एक साथ कई लोग घर के अंदर रहते हैं।"
अफ्रीक में WHO की डॉक्टर मात्सिदो मोएती ने कहा, "कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है। आगे इसके वेरिएंट का म्यूटेशन और जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे में उन उपायों पर काम करना जरूरी है जिनसे संक्रमण कम हो।"