देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-NCR में दिवाली के अगले दिन प्रदूषण काफी बढ़ गया है। पटाखों पर रोक के बावजूद दिल्ली में लोगों ने जमकर आतिशाबाजी की। यही हाल नोएडा और गुरुग्राम में रहा। दिवाली से पहले ही प्रदूषण का लेवल बढ़ा हुआ था और अब दिवाली अगले दिन दिल्ली की हवा और खराब हो गई है। दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से थोड़ा कम 31.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिवाली पर पाकिस्तान के लाहौर और दिल्ली दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर थे।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का औसत AQI 'बेहद खराब' स्थिति में पहुंच चुका है। India Air Quality Service के मुताबिक, दिवाली की देर रात दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 323 दर्ज किया गया। वहीं, नोएडा का इससे भी ज्यादा बुरा हाल है। यहां AQI 342 दर्ज हुआ है, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है।
दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी के रियल टाइम डेटा के मुताबिक, दिल्ली के जहांगीरपुरी में सामान्य से 10 गुना ज़्यादा प्रदूषित हवा हो गई है। दिवाली के दिन शाम के वक्त से प्रदूषण का लेवल बढ़ना शुरू हो गया था। बढ़ते प्रदूषण की वजह से अगले कुछ दिन दिल्ली-नोएडा में धुंध की चादर देखने को मिल सकती है। दिवाली से पहले ही आशंका जताई गई थी कि दिल्ली की हवा और जहरीली हो सकती है। बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है।
वहीं, स्विट्जरलैंड के संगठन आईक्यूएयर (Swiss organisation IQAir) के मुताबिक, दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को दिवाली के अवसर पर ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में पहुंच गई। प्रतिकूल मौसम के चलते प्रदूषकों के एकत्र होने में मदद मिली है। जबकि पटाखों और पराली जलाने से होने वाले उत्सर्जन ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। इसके अलावा, मौसम विभाग का कहना है हवा की सुस्त रफ्तार की वजह से भी दिल्ली-NCR की हवा जहरीली बन रही है।