दिल्ली के कोचिंग हब मुखर्जी नगर में बुधवार को काफी भयंकर आग लगी। इस आग में लड़कियों का पीजी चपेट में आया। शाम 7.40 के करीब फायर डिपार्टमेंट को सूचना दी गई। फिलहाल आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया है। इस घटना में 35 लड़कियों को जिसमें एक चार साल की लड़की भी थी, सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया। मौके पर आग बुझाने के लिए 20 फायर इंजनों को भेजा गया था हालांकि ट्रैफिक की वजह से घटनास्थल पर सिर्फ आठ फायर इंजन ही पहुंच पाए।
चार साल की लड़की समेत पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दिल्ली पुलिस की एक टीम, एंप्लॉयीज और फायर डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स भी मौके पर मौजूद रहे। दिल्ली के फायर चीफ सर्विस ऑफिसर ने बताया कि स्थिति कंट्रोल में है और सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। आग की लपटें बिल्डिंग से बाहर की ओर आने से पूरे इलाके में दहशत का माहौल था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए अपनी संवेदनाएं जारी की। लिखते हैं - ‘मुखर्जी नगर इलाके के पीजी में आग लगने की ये घटना बेहद दुखद है। जिला प्रशासन और दमकल विभाग को निर्देश दिए हैं कि पीजी में मौजूद बच्चों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालें। मैं लगातार इस पर नजर बनाए हूं।’
फायर एग्जिट पर भी लगी थी आग
दुर्घटना के समय पीजी की एक लड़की बाहर थी। लड़की ने बताया कि हमने ऊपर वाले फ्लोर्स से घना धुंआ उठते हुए देखा। अंदर फंसी हुई लड़कियां बगल की बिल्डिंग की सीढ़ियों की मदद से उतरकर नीचे आ रही थीं। पीजी के ग्राउंड फ्लोर पर लकड़ियों का सामान था। बिल्डिंग में दो फायर एग्जिट थे लेकिन दोनों तरफ आग लगी हुई थी। पीजी के आस-पास की गलियां संकरी होने की वजह से फायर टेंडर्स को घटनास्थल पर पहुंचने में काफी दिक्कत हुई। फायर अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि किसी भी पीजी के पास फायर को लेकर NOC तक नहीं है। कई गेस्ट हाउसेस बिना फायर NOC के पीजी चला रहे हैं।
पीजी के केयरटेकर ने बताया कि पीजी में 45 बेड थे। मीटर बोर्ड से जब आग लगी तब पीजी में 33-34 लोग ही थे। फायर डिपार्टमेंट ने बताया कि सीढ़ियों के नीचे लगे मीटर बोर्ड से आग लगी जिसके बाद आग ऊपर वाले फ्लोर्स तक फैल गई। बिल्डिंग में एक ग्राउंड फ्लोर और तीन अपर फ्लोर थे, किचन टैरेस पर था। बता दें कि बाते जून में ऐसी ही भयानक आग मुखर्जी नगर के Batra कॉम्प्लैक्स में भी लगी थी। जहां कोचिंग लेने आए स्टूडेंट्स ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई थी। ज्यादा आबादी की वजह से बहुत सी बिल्डिंग्स को बिना फायरप स्टैंडर्ड्स को फॉलो किए बनाया जाता है। ऐसे में आगजनी जैसी घटनाओं को बढ़ावा मिलता है।