Fitch cuts India GDP growth forecast : ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत का इकोनॉमिक ग्रोथ अनुमान घटाकर 7 फीसदी कर दिया है, जबकि जून 2022 में 7.8 फीसदी का अनुमान जताया था। वहीं, वित्त वर्ष 24 के लिए ग्रोथ अनुमान घटाकर 6.7 फीसदी कर दिया है, जबकि पहले यह 7.4 फीसदी था।
फिच ने कहा, “वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 13.5 फीसदी की ग्रोथ के साथ इकोनॉमी में सुधार हुआ है, लेकिन यह हमारे 18.5 फीसदी ग्रोथ के अनुमान से कम है। वहीं, सीजनली एडजस्टेड अनुमान से तिमाही आधार पर 3.3 फीसदी की गिरावट जाहिर होती है। हालांकि ऐसा हाई फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर्स पर दिक्कतों की वजह से है। हम ग्लोबल इकोनॉमी के हालात, बढ़ती महंगाई और सख्त मॉनेटरी पॉलिसी को देखते हुए जीडीपी में सुस्ती की उम्मीद करते हैं।”
आरबीआई इस साल 5.9% कर देगा रेपो रेट
फिच का मानना है कि रिजर्व बैंक (RBI) साल के अंत से पहले रेपो रेट्स को बढ़ाकर 5.9 फीसदी कर देगा। आरबीआई का जोर महंगाई में कमी पर है, हालांकि फिच ने कहा कि उसके फैसले “व्यवस्थित, नपे तुले और तेजी से” लिए जाएंगे।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, “हमें निकट भविष्य में पॉलिसी रेट अपने पीक पर पहुंचने की उम्मीद है और यह अगले साल 6 फीसदी पर बनी रहेगी।”
ग्लोबल ग्रोथ को लगेगा झटका
ग्लोबल ग्रोथ के संबंध में, फिच को 2022 में दुनिया की जीडीपी ग्रोथ 2.4 फीसदी रहने की उम्मीद है, जो जून के एसेसमेंट की तुलना में 0.5 फीसदी अंक डाउनग्रेड की गई है। वहीं 2023 के लिए ग्रोथ अनुमान 1 फीसदी घटाकर 1.7 फीसदी कर दिया गया है।
अमेरिका, यूरोप में आएगी मंदी
फिच ने कहा कि यूरोजोन और यूनाइटेड किंगडम में इस साल के अंत में मंदी आ सकती है और ऐसा अनुमान है कि अमेरिका को 2023 के मध्य में हल्की मंदी आ सकती है।
अमेरिका की ग्रोथ 2022 के लिए घटाकर 1.7 फीसदी और 2023 के लिए 0.5 फीसदी कर दी गई है, जिनमें क्रमशः 1.2 फीसदी और 1.0 फीसदी की कमी की गई है।