देश के औद्योगिक उत्पादन (Indian Industrial Output) में जुलाई में 4.8% की ग्रोथ हुई है। सालाना आधार पर इसमें गिरावट देखने को मिली है। जुलाई 2023 में यह आंकड़ा 6.2 पर्सेंट था। बहरहाल, इससे पहले जून में औद्योगिक उत्पादन ग्रोथ 4.2% रही थी यानी पिछले महीने के मुकाबले इसमें अच्छी ग्रोथ दिखी थी। इन आंकड़ों को केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने जारी किया है। मई में IIP 5.9% थी, अप्रैल में 5%, मार्च में IIP ग्रोथ 4.9%, फरवरी में 5.7%, जनवरी में IIP दर 3.8% रही थी।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन 4.6 पर्सेंट बढ़ा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 5.3 पर्सेंट बढ़ा था। माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ जुलाई, 2024 में 3.7 पर्सेंट रही, जबकि इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन में 7.9 पर्सेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई। चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) में देश का औद्योगिक उत्पादन 5.2 पर्सेंट की दर से बढ़ा है जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 5.1 पर्सेंट था।
इस दौरान कैपिटल गुड्स सेगमेंट की ग्रोथ 12 पर्सेंट रही। इसके अलावा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स आउटपुट महीना दर महीना दर के आधार पर घटकर 8.2 पर्सेंट हो गया, जबकि जून में यह 8.6 पर्सेंट था। जुलाई 2024 में इंफ्रास्ट्रक्चर एंड कंस्ट्रक्शन से संबंधित गुड्स की ग्रोथ घटक 4.9 पर्सेंट हो गई, जबकि 2023 के इसी महीने के दौरान यह आंकड़ा 11.4 पर्सेंट था।
इसके अलावा, आंकड़ों में बताया गया है कि जुलाई 2024 में प्राइमरी गुड्स की प्रोडक्शन ग्रोथ घटकर 5.9 पर्सेंट हो गई, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा 7.6 पर्सेंट था।