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महाराष्ट्र में 61 नक्सलियों ने किया सरेंडर, टॉप नक्सली मल्लोजुला वेणुगोपाल ने भी छोड़ा हथियार

Naxalite surrender: एक अधिकारी ने मंगलवार (14 अक्टूबर) को बताया कि नक्सलियों ने सोमवार देर रात पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सूत्रों के अनुसार, वेणुगोपाल उर्फ ​​भूपति उर्फ ​​सोनू को माओवादी संगठन में सबसे प्रभावशाली रणनीतिकारों में से एक माना जाता था

अपडेटेड Oct 14, 2025 पर 4:24 PM
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Naxalite surrender: नक्सलियों ने सोमवार देर रात महाराष्ट्र पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया

Naxalite surrender: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में टॉप नक्सली मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ ​​भूपति और 60 अन्य नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। एक अधिकारी ने मंगलवार (14 अक्टूबर) को बताया कि नक्सलियों ने सोमवार देर रात पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सूत्रों के अनुसार, वेणुगोपाल उर्फ ​​भूपति उर्फ ​​सोनू को माओवादी संगठन में सबसे प्रभावशाली रणनीतिकारों में से एक माना जाता था।

उसने लंबे समय तक महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर प्लाटून अभियानों की निगरानी की थी। उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में भूपति और शीर्ष नक्सली नेतृत्व के बीच बढ़ते मतभेदों के कारण आंतरिक संघर्ष पैदा हो गया था।

भूपति ने दावा किया था कि हथियार के बल पर संघर्ष विफल हो गया है। उसने घटते जन समर्थन एवं सैकड़ों कार्यकर्ताओं के मारे जाने का हवाला देते हुए शांति एवं संवाद की ओर रुख करने की अपील की थी।

सूत्रों ने बताया कि उसके रुख का अन्य शीर्ष नक्सलियों ने विरोध किया। उन्होंने एक अन्य नेता के नेतृत्व में लड़ाई जारी रखने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि केंद्रीय नक्सली नेतृत्व के दबाव में भूपति अंततः हथियार डालने के लिए सहमत हो गया। उसने संगठन छोड़ने की घोषणा की और अपने समर्थकों के साथ गढ़चिरौली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

हाल के महीनों में गढ़चिरौली जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस साल की शुरुआत में भूपति की पत्नी तारका ने भी आत्मसमर्पण किया था। वह प्रतिबंधित आंदोलन की दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति की सदस्य थी।


छत्तीसगढ़ में 16 नक्सलियों ने किया सरेंडर 

राव का आत्मसमर्पण 8 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 16 नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद हुआ है। इनमें से 9 पर कुल 48 लाख रुपये का इनाम था। नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिन्सन गुरिया ने कहा था कि उन्होंने निर्दोष आदिवासियों के खिलाफ माओवादियों द्वारा किए गए अत्याचारों की भी निंदा की। सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव को अपने आत्मसमर्पण का कारण बताया।

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एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों ने पुलिस को बताया कि शीर्ष माओवादी नेता आदिवासी समुदाय के असली दुश्मन हैं, जो स्थानीय लोगों को उनकी जमीन, जंगल और अधिकारों की रक्षा के झूठे वादों से गुमराह करते हैं। जबकि बदले में उनका शोषण और गुलामी करते हैं।

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