दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने गए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय इंडस्ट्री से महंगाई के खिलाफ जंग में सरकार का हाथ बटाने की अपील की है। उन्होंने इंडस्ट्री से कहा कि अगर महंगाई के चलते लागत बढ़ेगी तो इसका असर सभी तरह के बिजनेस पर पड़ेगा। इसलिए महंगाई पर काबू के लिए इंडस्ट्री को भी आगे आना चाहिए, जिसका फायदा उन्हें आगे चलकर मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि बढ़ती महंगाई ग्रोथ पर सीधा असर डालती है और इससे इकोनॉमी में सुस्ती का खतरा पैदा होता है। महंगाई के चलते इंफ्रा खर्च पर असर पड़ता है। महंगाई इस समय पूरी दुनिया के लिए चुनौती बनी हुई है और इस चुनौती का हम सब को मिलकर सामना करना होगा।
दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सब्सिडी पर भी सरकार के नजरिए को इंडस्ट्री के सामने रखा। उन्होंने कहा कि सरकार सब्सिडी के जरिए इंडस्ट्री को छोटी अवधि में सपोर्ट करना चाहती है ताकि वो शुरुआती मुश्किलें झेलकर अपने लिए ग्रोथ का रास्ता बना सकें। PLI स्कीम को सब्सिडी का बेहतरीन उदाहरण बताते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि इससे निवेश और उत्पादन को प्रोत्साहन मिला है।
उन्होंने आगे कहा कि सब्सिडी छोटी अवधि में ही कारगर होती है। यह शुरुआत के लिए काफी अहम होती है लेकिन लंबी अवधि में यह ज्यादा कारगर साबित नहीं होती है। सब्सिडी समय से दी जाए और छोटी अवधि हो तभी फायदेमंद होती है। PLI स्कीम इस तरह की सब्सिडी का सबसे अच्छा उदाहरण है।
उन्होंने आगे कहा कि PLI स्कीम से निवेश और प्रोडक्शन को प्रोत्साहन मिला है। PLI से शुरुआती मुश्किलें घटीं है और ग्रोथ में मदद मिली है। सब्सिडी रिफॉर्म और कारोबार को आसान बनाने के मकसद से दी जाती है। यह सब तभी हासिल होता है जब सही समय पर सब्सिडी का विकल्प अपनाया जाए।