रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) जल्द ही एचडीएफसी (HDFC) को एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) में मिलाने के प्रस्ताव पर “निकट भविष्य में” एक निष्कर्ष पर पहुंच जाएगा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने 23 मई को मनीकंट्रोल दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही।
दास ने कहा, उन्होंने आरबीआई को अपने एकीकरण का प्रस्ताव सौंप दिया है। इसका परीक्षण अभी जारी है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि निकट भविष्य में हम इस पर एक निष्कर्ष पर पहुंच जाएंगे।
HDFC मर्जर के जरिये HDFC Bank में 41% हिस्सेदारी खरीदेगी
HDFC ने 4 अप्रैल को कहा था कि उसके बोर्ड ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों एचडीएफसी इनवेस्टमेंट और एचडीएफसी होल्डिंग्स का एचडीएफसी बैंक के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। इस प्रस्ताव के तहत, एचडीएफसी मर्जर के जरिये एचडीएफसी बैंक में 41 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी।
एचडीएफसी चेयरमैन दीपक पारेख (Deepak Parekh) ने मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि मर्जर के लिए कई मंजूरियों की जरूरत होगी और इसमें 15 से 18 महीने तक का समय लगना चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट पर क्या बोले दास
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट पर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा कि केंद्रीय बैंक इनवेस्टर्स को क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर आगाह करता रहा है और क्रिप्टो मार्केट (crypto market) की मौजूदा गिरावट के बीच उसका रुख बरकरार है। सीएनबीसी टीवी18 को दिए विशेष इंटरव्यू में दास ने कहा, “हम क्रिप्टो के खिलाफ लगातार आगाह करते रहे हैं और क्रिप्टो मार्केट में हाल में आई गिरावट पर हमारी नजर है। अगर हम पहले से रेगुलेटर कर रहे होते तो लोग सवाल उठाते कि नियमों का क्या हुआ।”
क्रिप्टोकरंसीज की कोई वैल्यू नहीं
गवर्नर ने कहा, “यह कुछ ऐसा है जिसकी कोई वैल्यू नहीं है। आप इसे कैसे रेगुलेट करते हैं, यह बड़ा सवाल है। हमारा रुख बिल्कुल साफ है, इससे भारत के मॉनेटरी, फाइनेंशियल और मैक्रोइकोनॉमिक स्टैबिलिटी गंभीर रूप से कमजोर होगी।”
उनका यह भी मानना है कि सरकार का रुख भी रेगुलेटर जैसा है कि क्रिप्टोकरेंसीज की कोई वैल्यू नहीं है। उन्होंने कहा, “हमने सरकार के सामने अपना रुख साफ कर दिया है और वे सोच समझकर फैसला लेंगे। मुझे लगता है कि सरकार की तरफ से एक जैसे बयान आ रहे हैं। वे भी समान रूप से चिंतित हैं।”