Shashi Tharoor News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर शशि थरूर की टिप्पणी से मचे राजनीतिक बवाल के लगभग एक सप्ताह बाद कांग्रेस सांसद का एक नया बयान सामने आया है। तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण पर किए गए उनके 'न्यूट्रल पोस्ट' पर भी उनपर हमला किया गया। उन्होंने सुझाव दिया कि लोगों को विचारधारा की शुद्धता से आगे देखना चाहिए।
शशि थरूर ने विपक्ष को सलाह देते हुए कहा कि काम करवाने के लिए केंद्र के साथ सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य के बीच सहयोग बेहद जरूरी है।
थरूर ने इस वीकेंड के दौरान दुबई में 'अमृता न्यूज' के एक इवेंट में कहा, "हमें कभी-कभी अलग-अलग आइडियोलॉजी में सहयोग करने के लिए तैयार रहना चाहिए... प्रॉब्लम यह है कि अभी हमारी पॉलिटिक्स यह मांग करती है कि हर कोई आइडियोलॉजी के हिसाब से प्यूरिस्ट हो... इसलिए हम दूसरी तरफ कोई मेरिट नहीं देखेंगे या दूसरी तरफ किसी से बात नहीं करेंगे।"
थरूर ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री के भाषण पर मेरे एक 'न्यूट्रल पोस्ट' पर भी 'PM की तारीफ' के तौर पर हमला किया गया है... जबकि मैंने तारीफ का एक भी शब्द नहीं कहा। मैंने बस भाषण के बारे में बताया। बात यह है कि अभी हमारे देश में ऐसा ही माहौल है।"
थरूर ने पूछा, "लोगों को सिर्फ आइडियोलॉजी की शुद्धता में दिलचस्पी है। लेकिन आप इस तरह से काम नहीं कर सकते। किसी ने चुनाव जीता है और सरकार बनाई है। आपने अपने राज्य में चुनाव जीता है और आप सरकार बनाते हैं? अगर आपका राज्य केंद्र के लोगों के साथ सहयोग नहीं करेगा, तो आप कुछ भी कैसे कर पाएंगे।"
कांग्रेस सांसद ने इवेंट में मौजूद केरल मूल के लोगों से कहा, "मेरे हिसाब से यह कोई बड़ी बात नहीं है। आपको सच में कहना होगा कि कोऑपरेट करना हमारे फायदे में है…यह हमारे लोगों के फायदे में है…भारत और केरल दोनों के नागरिकों के लिए फायदे है।"
उन्होंने कहा, "मैं रूलिंग पार्टी से सहमत नहीं हूं। लेकिन वे रूलिंग पार्टी हैं...। उन्हें देश से मैंडेट मिला है। मैं उनके साथ काम करूंगा। अगर वे कोई ऐसी स्कीम लाते हैं जिससे राज्य को पैसा मिले, तो मैं अपने विश्वास के दायरे में इस पर बात करूंगा। ताकि मैं अपने राज्य के लिए पैसा ले सकूं…इस तरह का कोऑपरेशन जरूरी है।"
दरअसल, शशि थरूर ने 18 नवंबर को भारत की आर्थिक दिशा को लेकर और देश की विरासत को गौरवशाली बनाने पर जोर देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी। उन्होंने यह तारीफ पीएम मोदी के हालिया संबोधन के बाद की थी। चेक्चर में PM मोदी ने डेवलपमेंट के लिए भारत की 'कंस्ट्रक्टिव बेसब्री' के बारे में बात की थी।
साथी ही पीएम ने पोस्ट-कॉलोनियल सोच पर जोर दिया था। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने तब PM मोदी के रामनाथ गोयनका लेक्चर की थरूर की पॉजिटिव तारीफ को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि उन्हें स्पीच में प्रशंसा के लायक कुछ भी नहीं मिला।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने 22 नवंबर को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूयॉर्क शहर के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी के बीच हुई सौहार्दपूर्ण मुलाकात की सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र को इसी तरह से काम करना चाहिए। साथ उन्होंने भारत में ऐसा होते देखने की उम्मीद जताई थी।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मौका पाकर तंज कसते हुए कहा कि उम्मीद है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इस संदेश को समझेंगे। थरूर ने ट्रंप और ममदानी की मुलाकात का वीडियो शेयर करते हुए X पर पोस्ट किया, "लोकतंत्र को इसी तरह से काम करना चाहिए। चुनावों में अपने विचारों के लिए पूरी शिद्दत के साथ लड़ें। लेकिन जब चुनाव खत्म हो जाएं और जनता का फैसला आ जाए, तो एक-दूसरे के साथ उस राष्ट्र के साझा हितों में सहयोग करना सीखें, जिसकी सेवा करने की आप दोनों ने शपथ ली है।"
उन्होंने कहा, "मैं भारत में भी ऐसा देखना चाहूंगा, और मैं अपनी ओर से प्रयास कर रहा हूं।" थरूर की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने उनकी सराहना की। पूनावाला ने उम्मीद जताई कि राहुल गांधी इस संदेश को समझेंगे।