Ayodhya Ram Mandir: 'दूसरों को लेक्चर देने का कोई नैतिक आधार नहीं'; राम मंदिर ध्वजारोहण पर भारत का पाकिस्तान पर पलटवार, जानें- क्या है मामला

Ayodhya Ram Mandir: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान के पास दूसरों को उपदेश देने का कोई नैतिक आधार नहीं है। पाखंडपूर्ण उपदेश देने के बजाय, पाकिस्तान को अपने भीतर झांककर अपने मानवाधिकारों के खराब रिकॉर्ड पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए

अपडेटेड Nov 26, 2025 पर 9:22 PM
Story continues below Advertisement
Ayodhya Ram temple: पीएम मोदी ने पवित्र श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराया था

Ayodhya Ram temple: विदेश मंत्रालय ने अयोध्या के राम मंदिर में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की पाकिस्तान की तरफ से की गई आलोचना को बुधवार (26 नवंबर) को सिरे से खारिज कर दिया। पाकिस्तान पर तीखा पलटवार करते हुए भारत ने कहा कि अल्पसंख्यकों के दमन के रिकॉर्ड वाले पड़ोसी देश के पास दूसरों को उपदेश देने का कोई नैतिक आधार नहीं है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमने कथित टिप्पणियों को देखा है। उन्हें पूरी तरह से खारिज करते हैं। यह एक ऐसा देश है जिसका रिकॉर्ड कट्टरता, दमन और अल्पसंख्यकों के साथ व्यवस्थित दुर्व्यवहार के मामले में दागदार है।"


उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास दूसरों को उपदेश देने का कोई नैतिक आधार नहीं है। पाखंडपूर्ण उपदेश देने के बजाय, पाकिस्तान को अपने भीतर झांककर अपने मानवाधिकारों के खराब रिकॉर्ड पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। पाकिस्तान ने राम मंदिर के निर्माण के औपचारिक समापन पर आयोजित ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी की मंगलवार को आलोचना की थी।

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने इस समारोह पर गहरी चिंता जताई थी। बयान में विवादित बाबरी मस्जिद स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का उल्लेख किया था। पाक ने आरोप लगाया कि यह भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर दबाव को प्रतिबिंबित करता है।

विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमने रिपोर्ट की गई बातों को देखा है। उन्हें उसी बेइज्जती के साथ खारिज करते हैं जिसके वे हकदार हैं। एक ऐसे देश के तौर पर जिसका अपने अल्पसंख्यकों के साथ कट्टरता, दमन और सिस्टमैटिक बुरे बर्ताव का गहरा दागदार रिकॉर्ड है। पाकिस्तान के पास दूसरों को लेक्चर देने का कोई नैतिक आधार नहीं है।"

पाकिस्तान ने क्या कहा?

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने राम मंदिर में समारोह के बाद भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया, हेट स्पीच और नफरत से प्रेरित हमलों पर संज्ञान लेने के लिए इंटरनेशनल कम्युनिटी से अपील की थी। ​​पाक ने यूनाइटेड नेशंस (UN) समेत संबंधित इंटरनेशनल संस्थाओं से इस्लामिक विरासत की सुरक्षा में एक कंस्ट्रक्टिव भूमिका निभाने की अपील की।

बता दें कि पाकिस्तान का अपने ही अल्पसंख्यकों के साथ एक परेशान करने वाला रिकॉर्ड है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस्लामाबाद की बातों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह ओसामा बिन लादेन के वर्ल्ड पीस की बात करने जैसा है।

BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, "पाकिस्तान आखिरी देश होना चाहिए जो किसी को ह्यूमन राइट्स या माइनॉरिटीज पर लेक्चर दे। उनका अपना ट्रैक रिकॉर्ड देखो, और वे 26/11 के दिन ऐसा कर रहे हैं। वह दिन जब उन्होंने सबसे भयानक टेरर अटैक किया और कई बेगुनाह लोगों की जान ले ली। उन्होंने ही यह पक्का किया कि पाकिस्तान में हिंदुओं, सिखों, बलूचों और अहमदियाओं पर जुल्म हो।"

ये भी पढे़ं- PM Modi in Ayodhya: 'सदियों के जख्म भर रहे हैं'; अयोध्या में राम मंदिर ध्वजारोहण के बाद बोले पीएम मोदी

यह सेरेमनी जनवरी 2024 में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद उसके कंस्ट्रक्शन के पूरा होने की याद में थी। एक ऑफिशियल बयान के मुताबिक, 10 फीट ऊंचे और 20 फीट लंबे समकोण वाले तिकोने झंडे पर एक चमकते सूरज की तस्वीर है जो भगवान राम की चमक और बहादुरी का प्रतीक है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।