केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने Network18 के एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के साथ एक विशेष इंटरव्यू में क्रिप्टो असेट्स पर 30% टैक्स को लेकर काफी हद तक सफाई दी, जिन्हें उन्होंने अपने बजट 2022 के भाषण में 'डिजिटल वर्चुअल असेट्स' कहा था।
इस सवाल के जवाब में कि क्या सरकार क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने के लिए एक बिल पेश करना चाहती है, सीतारमण ने सबसे पहले इन क्रिप्टो एसेट्स पर केंद्र के रुख को साफ करने की मांग की। उन्होंने कहा, "संसद में बजट पेश करने के समय से, मैंने 'निजी क्रिप्टो असेट्स' और डिजिटल करेंसी क्या हो सकती है, इसके बीच इस अंतर करने की कोशिश की है।"
सीतारमण ने कहा कि इसीलिए सरकार ने बजट भाषण में संसद को बताया कि केंद्रीय बैंक एक डिजिटल करेंसी जारी करेगा, जिसे 'डिजिटल रुपया' कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार क्रिप्टो डील पर 30% कर लगाना चाहती है, क्योंकि लोग उनसे मुनाफा कमा रहे हैं।
उन्होंने कहा "बाहर क्या होता है, क्योंकि एक निश्चित तरह के प्रॉफिट के साथ लेनदेन होते हैं, हमने इस पर टैक्स लगाने का फैसला किया।" उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल करेंसी का नाम केंद्रीय कैबिनेट की तरफ से तय किया जाएगा।
बहुचर्चित क्रिप्टोकरेंसी बिल पर, वित्त मंत्री ने कहा कि फिलहाल इसे लेकर कोई ज्यादा सफाई नहीं है।