क्या हम रिसेशन की तरफ बढ़ रहे हैं? जानिए रिटलेर्स और ब्रांड्स क्या संकेत दे रहे हैं

रिटेलर्स और ब्रांड्स का कहना है कि लोगों ने खर्च करना कम कर दिया है। इस वजह से कई कंपनियों ने अपनी सेल्स में कमी की आशंका जताई है। उनका कहना है कि इस साल उनकी बिक्री में गिरावट देखने को मिल सकती है

अपडेटेड Mar 04, 2023 पर 3:09 PM
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कंपनियों ने इस साल की बिक्री के जो अनुमान पेश किए हैं, उससे अमेरिकी शेयर बाजारों में निराशा देखने को मिली है।

पिछले एक साल से रिसेशन (मंदी) (Inflation) के बारे में चर्चा हो रही है। खासकर अमेरिका के मंदी (Recession in America) में जाने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाते रहे हैं। यह कहा जा रहा था कि लोग जल्द खर्च करना बहुत कम कर देंगे। लेकिन, चौथी तिमाही में ऐसा नहीं हुआ। रिटेलर्स और ब्रांड्स की बिक्री उम्मीद के मुकाबले ज्यादा रही। लेकिन, आगे हालात मुश्किल होने जा रहे हैं। कई नतीजे और पूर्वानुमान इसका संकेत दे रहे हैं। इनफ्लेशन (Inflation in Us) कई दशकों में सबसे ऊंचे लेवल पर पहुंच जाने के बाद लोग खर्च करने में सावधानी बरत रहे हैं। इनमें अमीर लोग भी शामिल हैं। लोगों की बचत घट रही है। कंज्यूमर डेट बढ़ रहा है। कोरोना की महामारी के बाद खर्च में आया उछाल अब नहीं दिख रहा है।

कंपनियां को बिक्री में कमी का डर

कंपनियों ने इस साल की बिक्री के जो अनुमान पेश किए हैं, उससे अमेरिकी शेयर बाजारों में निराशा देखने को मिली है। Lowe's Cos, Best Buy Co और Target Corp इस साल रेवेन्यू घटने के अनुमान जताए हैं। GlobalData Plc के मैनेजिंग डायरेक्टर Neil Sunders ने कहा, "रिटेलर यह समझ रहे हैं कि ग्राहकों ने पिछले कुछ समय से खर्च घटा रहे हैं। वे खरीदारी के अपने प्लान को भी टाल रहे हैं। लेकिन, किसी को यह पता नहीं है कि लोग किस हद तक खर्च में करने जा रहे हैं।"


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सस्ते विकल्प तलाश रहे हैं

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई लोग अब सस्ते ऑप्शंस खरीदने के बारे में सोचने लगे हैं। रिसेशन के वक्त अक्सर ऐसा ट्रेंड देखने को मिलता है। Walmart का कहना है कि सिर्फ 1,00,000 डॉलर से ज्यादा कमाई वाले परिवार खर्च कर रहे हैं। Dollar Tree का भी यही मानना है। Dollar Tree के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Richard Dreiling ने कहा, "मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए ज्यादा पैसे वाले लोग भी वैल्यू बाइंग कर रहे हैं।"

सेविंग्स रेट्स 5 फीसदी से नीचे

सेविंग्स रेट्स घटकर 5 फीसदी से नीचे पहुंच गया है। 2009 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है। तब फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद इकोनॉमी गंभीर संकट में थी। इस बीच, इनफ्लेशन बहुत हाई लेवल पर बना हुआ है और इसके मुताबिक लोगों की सैलरी नहीं बढ़ रही है। चीजों की कीमतें बढ़ने से सैलरी में होने वाली वृद्धि न सिर्फ कम लगती है बल्कि इसका ज्यादा फायदा भी नहीं होता। कंज्यूमर सेक्टर में सेल्स ग्रोथ में इस महंगाई का बड़ा हाथ है न कि लोग ज्यादा सामान खरीद रहे हैं।

Rakesh Ranjan

Rakesh Ranjan

First Published: Mar 04, 2023 3:02 PM

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