भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) अपने वर्तमान पद पर आगे भी बने रह सकते हैं। दास का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त होने जा रहा है। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार दास ने एक संवेदनशील पद को बखूबी संभाला है और उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। ऐसे में उन्हें तीसरे कार्यकाल के लिए भी RBI के गवर्नर के रूप में मौका मिल सकता है। हालांकि, इस समय यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें तीन साल का पूरा कार्यकाल मिलेगा या नहीं।
मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने कहा, "यह अनुमान है कि 12 दिसंबर को उनका मौजूदा कार्यकाल समाप्त होने के बाद वे दो और साल तक पद पर बने रहेंगे।" एक अन्य सूत्र ने कहा कि दास के संभावित तीसरे कार्यकाल पर विचार किया जा रहा है और जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है। एक अन्य शख्स ने कहा, "दास को आरबीआई गवर्नर के रूप में फिर से नियुक्त करने के लिए वित्त मंत्रालय की सिफारिश अपॉइंटमेंट कमेटी ऑफ कैबिनेट (ACC) को भेज दी गई है। इस मामले पर अंतिम निर्णय जल्द ही होने की उम्मीद है।"
उन्होंने कहा कि चूंकि महाराष्ट्र और झारखंड में राज्य चुनावों के लिए हाल ही में आचार संहिता लागू थी, इसलिए दास को आरबीआई गवर्नर के रूप में फिर से नियुक्त करने की प्रक्रिया में देरी हो सकती है। 23 नवंबर को घोषित दोनों राज्य चुनावों के नतीजों के साथ आरबीआई के गवर्नर की नियुक्ति पर अंतिम निर्णय एक या दो सप्ताह में होने की उम्मीद है।
वित्त मंत्रालय और आरबीआई के प्रवक्ताओं ने इस मामले में मेल द्वारा भेजे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। उनके जवाब मिलने के बाद इस स्टोरी को अपडेट किया जाएगा। रॉयटर्स ने 18 नवंबर को सबसे पहले रिपोर्ट दी थी कि दास के गवर्नर के रूप में बने रहने की संभावना है। ACC प्रधानमंत्री कार्यालय का हिस्सा है, जो आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति को संभालती है।
अगर दास को फिर से नियुक्त किया जाता है, तो वे दूसरे आरबीआई गवर्नर होंगे जिनका कार्यकाल दो बार बढ़ाया गया है। अगर उन्हें एक साल से ज़्यादा का एक्सटेंशन मिलता है, तो वे सबसे लंबे समय तक सर्विस देने वाले RBI प्रमुखों में से एक बन जाएंगे। दास ने गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल की जगह ली थी और 12 दिसंबर 2018 को पदभार संभाला। दिसंबर 2021 में गवर्नर के रूप में तीन साल पूरे करने के बाद उन्हें दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त किया गया।