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Ekadashi Vrat 2025: जया एकादशी के बाद कब है विजया एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त और पारण समय

February Ekadashi 2025 Date:फरवरी 2025 में जया एकादशी (8 फरवरी) और विजया एकादशी (24 फरवरी) व्रत रखे जाएंगे। ये व्रत भगवान विष्णु को समर्पित हैं और इनके पालन से व्यक्ति को पुण्य, समृद्धि और शांति प्राप्त होती है। व्रत का पारण क्रमशः 9 फरवरी और 25 फरवरी को होगा। इन व्रतों से पापों से मुक्ति और विजय प्राप्त होती है

अपडेटेड Feb 06, 2025 पर 3:02 PM
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February Ekadashi 2025 Date: एकादशी व्रत के लाभ

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का अत्यधिक महत्व है, जो भगवान विष्णु को समर्पित होते हैं। हर महीने में दो एकादशी आती हैं, जिससे पूरे साल में कुल 24 एकादशी व्रत होते हैं। इन व्रतों का पालन करने से व्यक्ति को सुख, समृद्धि, मानसिक शांति और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। साथ ही, पुण्य की प्राप्ति भी होती है। फरवरी 2025 में जया एकादशी और विजया एकादशी के दो महत्वपूर्ण व्रत पड़ेंगे। जया एकादशी माघ माह के शुक्ल पक्ष में और विजया एकादशी फाल्गुन कृष्ण पक्ष में मनाई जाती है।

इन व्रतों का पालन करने से न केवल भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि माता लक्ष्मी की भी आशीर्वाद प्राप्ति होती है। इन विशेष अवसरों पर भगवान की पूजा से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। आइए जानते हैं इन व्रतों की तिथि, शुभ मुहूर्त और पारण का समय।

 जया एकादशी तिथि एवं शुभ मुहूर्त


हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहा जाता है। यह व्रत 8 फरवरी 2025 (शनिवार) को रखा जाएगा।

एकादशी तिथि प्रारंभ: 7 फरवरी 2025, रात 09:26 बजे

एकादशी तिथि समाप्त: 8 फरवरी 2025, रात 08:15 बजे

ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:21 से 06:13 बजे

रवि योग: सुबह 07:05 से शाम 06:07 बजे

अमृत काल: सुबह 09:31 से 11:05 बजे

 जया एकादशी व्रत पारण मुहूर्त

व्रत का पारण 9 फरवरी 2025 (रविवार) को किया जाएगा।

पारण का शुभ समय: सुबह 07:04 से 09:17 बजे तक

धार्मिक महत्व

जया एकादशी व्रत का पालन करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में शांति और समृद्धि आती है।

विजया एकादशी तिथि एवं शुभ मुहूर्त

फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है। यह व्रत 24 फरवरी 2025 (सोमवार) को रखा जाएगा।

एकादशी तिथि प्रारंभ: 23 फरवरी 2025, दोपहर 01:55 बजे

एकादशी तिथि समाप्त: 24 फरवरी 2025, दोपहर 01:44 बजे

ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:11 से 06:01 बजे

अमृत काल: दोपहर 02:07 से 03:45 बजे

विजया एकादशी व्रत पारण मुहूर्त

व्रत का पारण 25 फरवरी 2025 (मंगलवार) को किया जाएगा।

पारण का शुभ समय सुबह 06:58 से 09:12 बजे तक रहेगा।

धार्मिक महत्व

विजया एकादशी व्रत का पालन करने से सभी परेशानियां दूर होती हैं और व्यक्ति को सफलता और विजय प्राप्त होती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से जीवन के सभी संकट खत्म हो जाते हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।

एकादशी व्रत का महत्व

एकादशी व्रत को भगवान विष्णु की कृपा पाने का श्रेष्ठ माध्यम माना गया है। इस दिन सात्विक भोजन, भजन-कीर्तन और दान-पुण्य करने से व्यक्ति को पुण्य लाभ प्राप्त होता है।

 एकादशी व्रत के लाभ

जो भक्त पूरे श्रद्धा भाव से जया एकादशी और विजया एकादशी व्रत का पालन करते हैं, उन्हें भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह व्रत न केवल आध्यात्मिक रूप से बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी लाभकारी माना जाता है।

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