Fukrey 3 Movie review: साल 2013 में एक फिल्म आई थी 'फुकरे' नाम से। इस हल्की फुल्की कॉमेडी फिल्म को ऑडियंस का शानदार रेस्पॉन्स मिला था। फिल्म की सफलता की चार साल बाद 2017 में इसके दूसरे पार्ट को रिलीज किया गया था। इसे भी ऑडियंस का काफी शानदार रेस्पॉन्स मिला था। अब साल 2023 में फिल्म के तीसरे पार्ट को रिलीज किया गया है। फिल्म सिनेमाघरों में दर्शकों के लिए पेश है। हालांकि जानने वाली बात यह है कि क्या यह फिल्म पिछली वाली दोनों ही फिल्मों की तरह से ही एंटरटेनिंग है या फिर नहीं? आइये जानते हैं।
'फुकरे-3' में पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा, मनजोत सिंह और पंकज त्रिपाठी की चौकड़ी के अलावा ऋचा चड्ढा भी दर्शकों का मनोरंजन कर रही हैं। हालांकि इस फिल्म से इस बार अली फजल नदारद हैं। हो सकता है कि दर्शकों को उनकी कमी खले। यह फिल्म चारों 'फुकरों' हनी (पुलकित सम्राट), चूचा (वरुण शर्मा), लाली (मनजोत सिंह) और पंडित जी (पंकज त्रिपाठी) की कहानी है। फिल्म वहीं से शुरू होती है जहां से 'फुकरे-2' खत्म हुई थी। दिल्ली के सीएम साहब से इनके लिए एक डिपार्टमेंटल स्टोर को खुलवा दिया है। पर ये सभी अभी भी अपनी 'फुकरेबाजी' में लीन हैं। वहीं 'भोली पंजाबन' अब पॉलिटिक्स में उतर गई है। 'चूचा' के अंदर एक और दिव्य शक्ति पैदा हो गई है। बस फिल्म की कहानी लगभग इन्हीं सब बातों के इर्द गिर्द बनी गई है।
बेशक यह कहा जा सकता है कि 'फुकरे-3' अपनी पहले वाली दोनों ही फिल्मों से कमजोर फिल्म है। इसकी कहानी को मजेदार बनाने की कोशिश की तो गई है पर वह मजेदार बन नहीं पाई है। फिल्म के पहले हाफ की कहानी थोड़ी मनोरंजक तो लगती है पर इसका सेकेंड हाफ काफी कमजोर है। कई बार आपको सीन तो बिलकुल ही बोझल से होने लगते हैं। फिल्म आपको काफी ज्यादा हंसाने की कोशिश करती है पर इसमें सफल होती हुई नजर नहीं आती।
बेशक इस फिल्म का सबसे अच्छा पार्ट कलाकारों का काम है। वरुण ग्रोवर को देखकर ऐसा लगता है कि उनका जन्म 'चूचा' का रोल करने के लिए ही हुआ है। वहीं ऋचा चड्ढा ने हर बार की तरह 'भोली पंजाबन' के किरादार को एफर्टलेस तरीके से निभाया है। बाकी पंकज त्रिपाठी, मनजोत और पुलिकत ने भी अपने काम को मेहनत से किया है। फिल्म का सबसे कमजोर पक्ष इसकी कहानी, डायलॉग, डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले भी है। वहीं आपको फिल्म में अली फजल की कमी भी खलेगी ही। हमारी तरफ से इस फिल्म को मिलते हैं 2 स्टार।