IC-814 The Kandahar Hijack Row: नेटफ्लिक्स की 'आईसी-814: द कंधार हाईजैक' वेब सीरीज को लेकर जारी विवाद के बीच सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (I&B) के सचिव ने मंगलवार (3 सितंबर) को ओटीटी प्लेटफॉर्म के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। मीटिंग के दौरान Netflix ने सरकार को आश्वासन दिया कि भविष्य के कंटेंट में "संवेदनशीलता" को शामिल किया जाएगा। सरकारी सूत्रों ने बताया कि नेटफ्लिक्स ने वादा किया है कि उसके प्लेटफॉर्म पर भविष्य में कंटेंट की समीक्षा राष्ट्रीय भावनाओं के अनुरूप की जाएगी। एक दिन पहले सोमवार (2 सितंबर) को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स की कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल को तलब किया था। आरोप है कि इस सीरीज में अपहरणकर्ताओं के नाम बदल दिए गए हैं।
सूत्रों ने NDTV को बताया कि वेब सीरीज 'IC 814 द कंधार हाईजैक' में आतंकियों के नाम हिंदू दिखाए जाने के बाद हुए विवाद के मामले में नेटफ्लिक्स इंडिया के कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल मंगलवार 3 सितंबर को सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सामने पेश हुईं।
नेटफ्लिक्स इंडिया (Netflix India) ने केंद्र को आश्वासन दिया है कि भविष्य में कंटेंट "देश की भावनाओं" के अनुरूप होगी। सूत्रों ने कहा है कि ओटीटी दिग्गज का आश्वासन उसकी वेब सीरीज 'आईसी 814 कंधार हाईजैक' से जुड़े विवाद के बाद आया है।
सरकार के एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, "किसी को भी इस देश के लोगों की भावनाओं से खेलने का अधिकार नहीं है। भारतीय संस्कृति और सभ्यता का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए।" सूत्र ने कहा, "क्या हमें किसी विदेशी व्यक्ति को हमारे सांस्कृतिक मूल्यों से खिलवाड़ करने की अनुमति देनी चाहिए।"
सूत्रों ने कहा कि फिल्म निर्माताओं को किसी चीज को गलत तरीके से चित्रित करने से पहले सोचना होगा। सूत्र ने पीटीआई से कहा, "आप उदार हो सकते हैं, लेकिन आप संस्थानों को गलत तरीके से चित्रित नहीं कर सकते।"
वेब सीरीज को बहिष्कार की मांग
वर्ष 1999 में विमान अपहरण की घटना में शामिल आतंकवादियों की वास्तविक पहचान छिपाए जाने के आरोप में सोशल मीडिया पर एक तबके द्वारा वेब सीरीज 'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' के बहिष्कार की मांग की जा रही है। इस वेब सीरीज का निर्देशन अनुभव सिन्हा ने किया है। यह 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से उड़ान भरने के 40 मिनट बाद पांच आतंकवादियों द्वारा एक भारतीय विमान का अपहरण किए जाने की घटना पर आधारित है। यह 29 अगस्त से नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के कई यूजर्स ने पोस्ट साझा करते हुए दावा किया कि निर्माताओं ने एक समुदाय विशेष से संबंधित आतंकवादियों के नाम छिपाने के लिए अपहर्ताओं के नाम बदलकर 'शंकर' और 'भोला' कर दिए हैं। 5 आतंकवादियों ने 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से दिल्ली की उड़ान के दौरान आईसी 814 विमान का अपहरण कर लिया था। आतंकवादियों के नाम इब्राहिम अतहर, सनी अहमद काजी, जहूर इब्राहिम, शाहिद अख्तर और सईद शाकिर थे।
समाचार एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से मंगलवार को बताया, "किसी को भी इस देश के लोगों की भावनाओं के साथ खेलने का अधिकार नहीं है। भारत की संस्कृति और सभ्यता का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए। किसी चीज को गलत तरीके से पेश करने से पहले आपको सोचना चाहिए। सरकार इसे बहुत गंभीरता से ले रही है।"