दिग्गज डायरेक्टर श्याम बेनेगल का सोमवार को निधन हो गया है। फिल्म निर्माता ने 23 दिसंबर को मुंबई में अंतिम सांस ली। वह 90 साल के थे। उन्हें 18 नेशनल अवार्ड मिले थे और वह काफी लंबे समय से बीमार भी चल रहे थे। फिल्म मेकर शेखर कपूर ने बेनेगल को श्रद्धांजलि देते हुए X पर पोस्ट लिखा। उन्होंने फिल्म निर्माता की एक तस्वीर शेयर की और लिखा, "उन्होंने 'न्यू वेव' सिनेमा बनाया। श्याम बेनेगल को हमेशा उस व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा, जिसने अंकुर, मंथन और अनगिनत अन्य फिल्मों के साथ भारतीय सिनेमा की दिशा बदल दी। उन्होंने शबाना आजमी और स्मिता पाटिल जैसी महान अभिनेत्रियों को स्टार बनाया। अलविदा मेरे दोस्त और मार्गदर्शक।"
बेनेगल ने अभी मनाया था अपना जन्मदिन
बेनेगल को मंथन, जुबैदा और सरदारी बेगम जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता था। फिल्म निर्माता ने इस महीने की शुरुआत में अपना 90वां जन्मदिन भी मनाया, जब उन्होंने खुलासा किया कि वह 2-3 प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे थे।
उन्होंने न्यूज एजेंसी PTI को बताया, “हम सभी बूढ़े हो जाते हैं। मैं (अपने जन्मदिन पर) कोई बड़ा काम नहीं करता। यह एक विशेष दिन हो सकता है, लेकिन मैं इसे विशेष रूप से नहीं मनाता। मैंने अपनी टीम के साथ ऑफिस में केक काटा।” उन्होंने फिर कहा, “मैं दो से तीन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा हूं; वे सभी एक दूसरे से अलग-अलग हैं। यह कहना मुश्किल है कि मैं कौन सा बनाऊंगा। वे सभी बड़े पर्दे के लिए हैं।"
श्याम बेनेगल का करियर पांच दशकों से ज्यादा समय तक चला, जिन्होंने भारतीय सिनेमा में एक लीडिंग फिल्म मेकर के रूप में अपनी भूमिका मजबूत की।
उन्होंने 1974 में आई फिल्म अंकुर से फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। उनकी बाद की फ़िल्में, जैसे "निशांत" (1975), "मंथन" (1976), और "भूमिका" (1977) ने एक कुशल निर्देशक के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को मजबूत किया, जिससे उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रशंसाएं मिलीं।
बाद में, बेनेगल ने "मंडी" (1983), "त्रिकाल" (1985), और "सरदारी बेगम" (1996) जैसी कई ऐसी फिल्में बनाई, जिन्हें समीक्षकों खूब पसंद किया। उनकी आखिरी रिलीज मुजीब: द मेकिंग ऑफ ए नेशन थी, जो 2023 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी।