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अमेरिका के साथ सुलझा WTO में आखिरी विवाद, भारत को मिली बड़ी कामयाबी

G20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) राजधानी दिल्ली पहुंच चुके हैं। इस मौके पर दोनों देशों के बीच एक अहम विवाद का निपटारा हो गया। दोनों के बीच सातवें और अंतिम बकाए को लेकर वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजनेशन (WTO) का विवाद खत्म हो गया। इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के दिल्ली पहुंचने के कुछ ही घंटे बाद दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया

अपडेटेड Sep 09, 2023 पर 10:13 AM
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के भारत पहुंचने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में WTO मे दोनों देशों के बीच के आखिरी विवाद का निपटारा हुआ।

G20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) राजधानी दिल्ली पहुंच चुके हैं। इस मौके पर दोनों देशों के बीच एक अहम विवाद का निपटारा हो गया। दोनों के बीच सातवें और अंतिम बकाए को लेकर वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजनेशन (WTO) का विवाद खत्म हो गया। इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के दिल्ली पहुंचने के कुछ ही घंटे बाद दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया। दोनों देशों का यह संयुक्त बयान अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत पहुंचने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ बैठक के बाद जारी हुआ है। इस बैठक में अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी जैनेट येलेन भी उपस्थित रहीं। इससे पहले जून 2023 में WTO में छठे बकाए से जुड़े विवाद का निपटारा हुआ था।

किस मामले का हुआ है समाधान

WTO के डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक भारत ने अमेरिका से अंडे और चिकन जैसे पोल्ट्री प्रोडक्ट्स मंगाने पर रोक लगा दिया था। 19 जुलाई 2011 के गजट नोटिफिकेशन के मुताबिक यह रोक एवियन इंफ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू को लेकर लगाया गया था। इस मामले को लेकर अमेरिका 6 मार्च 2012 को WTO में याचिका दायर किया था। इस साल 21-23 जून के बीच पीएम मोदी जब अमेरिकी दौरे पर थे तो इससे जुड़े सात में से छह विवादों का निपटारा हो गया था। 26 जून को कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा था कि इस साल के आखिरी तक सभी विवाद हल हो जाएंगे। अब जी20 की बैठक के मौके में यह भी हो गया और पोल्ट्री मामले का एकमात्र बचा मसला भी सुलझ गया।


दोनों देशों के बीच रिकॉर्ड कारोबार के बीच बनी बात

अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक विवाद का निपटारा ऐसे समय में हुआ है जब दोनों देशों के बीच कारोबार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है और अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी बन गया है। कॉमर्स मिनिस्ट्री के प्रोविजिनल डेटा के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय कारोबार वित्त वर्ष 2022-23 में 7.65 फीसदी उछलकर 12855 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा 11950 करोड़ डॉलर और 2020-21 में 8051 करोड़ डॉलर पर था।

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