एक रेल हादसे में, लखनऊ-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पुष्पक एक्सप्रेस के 11 यात्रियों की जान चली गई और पांच घायल हो गए। हादसा तब हुआ, जब वे महाराष्ट्र के जलगांव जिले में ट्रेन से बाहर कूद गए और दूसरी दिशा से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। अधिकारियों के अनुसार, शाम करीब पांच बजे माहेजी और परधाडे स्टेशनों के बीच पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के कारण चेन पुलिंग की घटना हुई।
सेंट्रल रेलवे के CPRO स्वप्निल कुमार लीला ने एक वीडियो में कहा, "ट्रेन रुक गई थी, जिसके बाद एक कोच से कुछ यात्री बाहर निकल आए। इस बीच, उल्टी दिशा में जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस अगले ट्रैक से गुजर रही थी।" न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, शाम करीब पांच बजे पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के कारण किसी ने चेन खींच दी थी, जिसके बाद ट्रेन रुक गई थी।
अलार्म चेन पुलिंग कर के उतरे यात्री
रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, कई यात्री जलगांव से ट्रेन में चढ़े थे। सूत्रों ने बताया कि घटना स्थल पर वे ACP (अलार्म चेन पुलिंग) का इस्तेमाल करके उतर गए और गलत साइड से ट्रैक पार करने की कोशिश की। जो लोग दूसरे ट्रैक पर खड़े थे या ट्रैक पार करने की कोशिश कर रहे थे, वे कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए लीला ने कहा, "हमने आस-पास के अस्पतालों से भी मदद मांगी है। रेलवे की दुर्घटना रिलीफ मेडिकल वैन भी भुसावल से रवाना हो चुकी है और यह जल्द ही घटनास्थल पर पहुंच जाएगी।"
कर्नाटक एक्सप्रेस ने अपनी आगे की यात्रा फिर से शुरू कर दी है और पुष्पक एक्सप्रेस घायल यात्रियों को सहायता प्रदान किए जाने के बाद अपनी यात्रा फिर से शुरू करेगी।
नासिक के संभागीय आयुक्त प्रवीण गेदाम ने ANI को बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर और दूसरे अधिकारी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
उन्होंने कहा, "हम DRM और रेलवे अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं। अंतिम उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 8 एम्बुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई हैं, रेलवे की अतिरिक्त बचाव वैन और रेलवे एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेजा जा रहा है।"