उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। मानसून आते ही उत्तराखंड में पहाड़ों का जीवन बड़ा दुश्कर हो जाता है। आज (21 जुलाई) सुबह गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ा हादसा हो गया। यहां चीड़वासा में अचानक पहाड़ी से मलबा गिरने लगा। इसकी चपेट में आकर तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 8 लोग घायल हो गए। हादसे की जानकारी रुद्रप्रयाग डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट के नंदन सिंह रजवार ने दी है। मारे गए लोग कहां से थे, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुट गई।
मलबे में अभी और कई तीर्थयात्रियों के फंसे होने की आशंका जताई गई है। एनडीआरएफ समेत कई एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। यह हादसा सुबह 7.30 बजे का बताया जा रहा है। वहीं पिछले साल गौरीकुंड में भी एक बड़ा हादसा हुआ था। तब पहाड़ी टूटने से तीन दुकानें नष्ट हो गईं थी। हादसे में कई लोग भी मारे गए थे।
राज्य के सीएम शोक प्रकट किया
NDRF के मुताबिक, तीर्थयात्रियों ने सुबह-सुबह गौरीकुंड से अपनी यात्रा शुरू की थी। राहत और बचाव कार्य जारी है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने घटना पर शोक प्रकट किया है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा और भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। मौसम विभाग ने आज उस इलाके में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। साथ ही लोगों से विशेष सावधानी बरतने की भी अपील की है।
उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने भी उत्तराखंड में अगले 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। कुमाऊं क्षेत्र के लिए रेड अलर्ट और गढ़वाल क्षेत्र के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 21 जुलाई को चंपावत, नैनीताल और उधमसिंह नगर में रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा देहरादून समेत प्रदेश के बाकी जिलों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।