Maha Kumbh 2025 Stampede Highlights: उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी प्रयागराज में भगदड़ के बाद अभी भी लोग अपनों की तलाश कर रहे हैं। जौनपुर के बदलापुर की रहने वालीं अशरफी देवी मंगलवार रात को महाकुंभ आई थीं, लेकिन भगदड़ के बाद वह अपनों से बिछड़ गईं। उनके परिवार के लोग पूरी रात उनकी तलाश करते रहे, लेकिन 34 घंटे बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली है। उनके बेटे ने कहा कि मैंने अपनी मां को हर जगह खोजा, लेकिन उसकी कहीं जानकारी नहीं मिल पा रही है। भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 घायल हैं
Maha Kumbh 2025 Stampede Highlights: बुधवार (29 जनवरी) तड़के महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 के घायल होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुख्य सचिव और DGP को महाकुंभ मेला व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करने का आदेश दिया है। महाकुंभ हादसे की न्यायिक आयोग ने शुरू
Maha Kumbh 2025 Stampede Highlights: बुधवार (29 जनवरी) तड़के महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 के घायल होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुख्य सचिव और DGP को महाकुंभ मेला व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करने का आदेश दिया है। महाकुंभ हादसे की न्यायिक आयोग ने शुरू हो चुकी है। 10 जनपथ स्थित अपने कार्यालय में आयोग के सदस्य पहुंच चुके हैं। CM योगी ने महाकुंभ हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की थी।
इस बीच, महाकुंभ में हुए भगदड़ की प्रत्यक्षदर्शी रही एक महिला श्रद्धालु ने कहा, "वहां अचानक से भगदड़ हुई। आने-जाने का कोई रास्ता नहीं था। हम जिनसे मदद मांग रहे थे, वे हंस रहे थे। हम अपने बच्चे को लेकर भीख मांग रहे थे।" मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ के संगम क्षेत्र में बुधवार (29 जनवरी) तड़के पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने से मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है। इस पर अगर कोई व्यक्ति लापता है तो उसके संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती हैयोगी सरकार भगदड़ में मरने वालों की संख्या को लेकर दिन भर चुप्पी साधे रही।
हालांकि घटना के लगभग 16 घंटे बाद बुधवार देर शाम DIG वैभव कृष्ण ने मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि भगदड़ में कुल 90 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 30 की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि 25 मृतकों की पहचान हो गई है। बाकी की पहचान की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि मृतकों में कर्नाटक के चार, असम और गुजरात के रहने वाले एक-एक व्यक्ति भी शामिल हैं। डीआईजी ने बताया कि कुछ लोग घायल हुए अपने परिवार के सदस्यों को लेकर चले गए। अधिकारी ने बताया कि इस समय 36 घायलों का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में किया जा रहा है।
मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने कहा, "मेला प्रशासन की प्राथमिकता है कि जो भी लोग स्नान करने आए हैं, वे सुरक्षित अपने गंतव्य तक वापस पहुंचे।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हादसे को अत्यंत दुखद करार दिया। इसमें अपने परिजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भगदड़ को विपक्ष की ‘साजिश’ बताते हुए इसे जांच का विषय करार दिया है। इससे पहले, हादसे के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चार बार बात कर चुके प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार के साथ निरंतर संपर्क में बने हुए हैं।
बाद में दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर करतार नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "जो दुःखद हादसा हुआ है, उस हादसे में हमें कुछ पुण्यात्माओं को खोना पड़ा है, कई लोगों को चोट भी आई है। मैं प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
उन्होंने कहा, "मैं उत्तर प्रदेश सरकार के साथ निरंतर संपर्क में हूं। मौनी अमावस्या की वजह से करोड़ों श्रद्धालु आज वहां पहुंचे हुए हैं। कुछ समय के लिए स्नान की प्रक्रिया में रुकावटें आई थी। लेकिन अब कई घंटों से सुचारू रुप से श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। मैं एक बार फिर परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।"