मुंबई (Mumbai) में आज 10,860 नए मामलों के साथ कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण में एक और बड़ी उछाल देखी गई, जो कल (8,082) की तुलना में 34 प्रतिशत ज्यादा है। इनमें से 80 प्रतिशत केस यानी 9,665 ऐसा हैं, जिनमें कोई लक्ष्ण नहीं हैं। डेली बुलेटिन से पता चला है कि कुल नए केस में से, 834 मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत थी, जबकि 52 मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन की भी जरूरत है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मुंबई सहित बड़े शहरों में मामलों में मौजूदा उछाल के पीछे, कोरोना का यह नया बेहद संक्रामक वेरिएंट ओमीक्रोन है। देश में नए वेरिएंट के सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में आए हैं, अब तक लगभग 1,900 केस में से 500 से ज्यादा यहां से हैं।
NDTV के मुताबिक, आज मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि भारत की वित्तीय राजधानी मामलों की "सुनामी" का भी सामना करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, "हमने WHO के दिशानिर्देशों का पालन किया है। हमारे पास जंबो क्वारंटीन सेंटर तैयार हैं। जबकि शहर और महाराष्ट्र इसके प्रसार को रोकने की पूरी कोशिश करेंगे, भले ही सुनामी आए, हमें तैयार रहना चाहिए।"
मेयर ने यह भी बताया कि दूसरी कोविड लहर के दौरान अस्पताल के बेड और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से सबक सीखा गया। उन्होंने कहा "हमने पिछली बार अंतराल पर ध्यान दिया था। अब हम तीसरी लहर के लिए तैयार हैं।"
वर्तमान में, शहर में 47,000 से ज्यादा एक्टिव केस हैं; कुल 4,491 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। शहर भर में, 16 कंटेनमेंट जोन की पहचान की गई है और 369 इमारतों को वर्तमान में सील कर दिया गया है।
महाराष्ट्र में भी देश में सबसे ज्यादा केस (3,49,60,261 में से 67,12,028) हैं। ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि ओमीक्रोन केवल हल्के लक्षणों का कारण बनता है। राज्यों ने इसके प्रसार को रोकने के लिए नाइट कर्फ्यू और दूसरे उपाय लागू किए हैं।