हाल ही में गुजरात विधानसभा (Gujarat Assembly Election 2022) के लिए चुने गए आम आदमी पार्टी (AAP) के पांच विधायकों में से एक ने कहा है कि वह लोगों से पूछेगा कि उसे BJP में शामिल होना चाहिए या नहीं। जूनागढ़ जिले के विसावदर से AAP विधायक भूपत भायाणी (Bhupat Bhayani) ने BJP की भारी चुनावी जीत का हवाला देते हुए कहा कि अगर वह विपक्ष में रहते हैं, तो वे उन लोगों के लिए कुछ नहीं कर पाएंगे जिन्होंने उन्हें वोट दिया है।
भायाणी ने NDTV को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "मैं BJP में शामिल नहीं हुआ हूं... मैं लोगों से पूछूंगा कि मुझे बीजेपी में शामिल होना चाहिए या नहीं... मेरी सीट किसानों के प्रभुत्व वाले क्षेत्र में है। मुझे उनकी सिंचाई संबंधी समस्याओं का समाधान करना है। इलाके में कई व्यापारी भी हैं।"
उन्होंने आगे कहा गया, "मुझे उनका भी ध्यान रखना है। अगर सरकार के साथ मेरे अच्छे संबंध नहीं हैं, तो मैं ऐसा नहीं कर पाऊंगा। मैंने अपनी मांगों को सरकार के सामने रखा है और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। अब मैं लोगों और नेताओं से सलाह लूंगा।"
BJP से AAP में शामिल हुए भायाणी ने कहा, "गुजरात की जनता ने नरेंद्र मोदी और BJP को रिकॉर्ड जनादेश दिया है। मैं उसका सम्मान करता हूं.. मैं पहले बीजेपी के साथ था और नेताओं से मेरे अच्छे संबंध हैं।"
हाल ही में हुए गुजरात विधानसभा चुनावों में AAP को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा था। गुजरात में आम आदमी पार्टी ने 182 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें से 126 सीटों पर AAP के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। इतना ही नहीं 14 सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को NOTA से भी कम वोट मिला था। हालांकि 5 सीटों पर पार्टी ने कब्जा जमाया लेकिन अब वो भी हाथ से निकल गया।।
आम आदमी पार्टी ने पांच सीटों पर जीत हासिल की और 12.9% वोट प्रतिशत हासिल किया। दिल्ली के CM और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पहले भविष्यवाणी की थी कि AAP गुजरात चुनाव में 90 से ज्यादा सीटें जीतेगी।
हालांकि, गुजरात में लगभग 13% वोट शेयर के साथ, दिल्ली, पंजाब और गोवा के बाद चौथा राज्य, AAP एक 'राष्ट्रीय' पार्टी बनने के लिए तैयार है। AAP राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने वाली भारत की नौवीं राजनीतिक पार्टी होगी। AAP को राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए गुजरात में 6% वोट और 2 सीटों की जरूरत थी।
भारतीय जनता पार्टी ने राज्य विधानसभा में कांग्रेस के 1985 के 149 सीटों के रिकॉर्ड को पछाड़ते हुए गुजरात में 156 सीटों का नया रिकॉर्ड बनाया है। कांग्रेस को केवल 17 सीटें मिलीं, जो 2017 के स्कोर से 60 सीटें कम हैं।