कांग्रेस (Congress) नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Elections 2023) से ठीक पहले एक बड़ा ऐलान किया है। दिग्विजय ने भोपाल में बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने पर बजरंग दल (Bajrang Dal) पर बैन नहीं लगाएगी। देश की सबसे पुरानी पार्टी के वरिष्ठ नेता का ऐलान ऐसे समय आया है, जब हाल ही में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में बजरंग दल पर बैन लगाने के ऐलान किया था।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, पत्रकारों से बात करते हुए दिग्विजय ने कहा, "हम बजरगंज दल पर प्रतिबंध नहीं लगाएंगे, क्योंकि बजरंग दल में कुछ अच्छे लोग भी हो सकते हैं, लेकिन हम दंगों या हिंसा में शामिल किसी को भी नहीं छोड़ेंगे।"
230 सदस्यों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव इस साल दूसरे राज्यों - छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के साथ होंगे।
इस साल मई में कर्नाटक चुनाव के दौरान कांग्रेस के एक चुनावी वादे पर हुए हंगामे को ध्यान में रखते हुए, मध्य प्रदेश में बजरंग दल पर प्रतिबंध न लगाने का दिग्विजय सिंह का बयान विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण कदम था। कांग्रेस ने अपने कर्नाटक चुनाव घोषणापत्र में बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया था।
सिंह के बयान की तरह ही, पार्टी ने तब कहा था कि वह जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कर्नाटक में कांग्रेस के इस कदम से बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा हो गया था। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर कर्नाटक में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा करके भगवान हनुमान का "अपमान" करने का आरोप लगाया था।
हालांकि, 8 जून को सूत्रों ने ABP को बताया कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार फिलहाल दक्षिणपंथी संगठन पर प्रतिबंध नहीं लगाएगी। सूत्रों के हवाले से कहा गया है, "अगर आने वाले दिनों में कोई भी संगठन शांति और सद्भाव के खिलाफ काम करेगा तो कार्रवाई की जाएगी।"