राजधानी दिल्ली में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद पार्टी में एक अलग ही बगावत देखने को मिल रही है। हालांकि बगावत के ये सुर दिल्ली से कुछ ही दूर हरियाणा-राजस्थान में उठी है। वहीं अब भारतीय जनता पार्टी बागी नेताओं के खिलाफ ऐक्शन मोड में है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने इन बगावती सुर का संज्ञान लिया है। हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज को नोटिस जारी किया जा चुका है। यही हाल पार्टी में बागी सुर अपना रहे राजस्थान सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का भी है।
हरियाणा में भाजपा के बड़े नेताओं में से एक और मौजूदा सरकार में मंत्री अनिल विज को पार्टी ने कारण बताओं नोटिस जारी किया है। बता दें कि अनिल विज को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेश इकाई के प्रमुख मोहन लाल बडोली पर बार-बार निशाना साध रहे थे। अनिल विज, हरियाणा सीएम के खिलाफ काफी बयान दे रहे थे। प्रदेश भाजपा प्रमुख बडोली ने विज को जारी नोटिस में कहा, ‘‘आपको सूचित किया जाता है कि आपने हाल ही में पार्टी (प्रदेश) अध्यक्ष (बडोली) और मुख्यमंत्री पद के खिलाफ सार्वजनिक बयान दिए हैं। ये गंभीर आरोप हैं और पार्टी की नीति और आंतरिक अनुशासन के खिलाफ हैं।’’
बडोली ने कहा कि विज को नोटिस भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार जारी किया जा रहा है। इसमें कहा गया, 'हम आपसे तीन दिन के भीतर इस विषय पर लिखित स्पष्टीकरण देने की अपेक्षा करते हैं।'
बता दें कि साल 2014 में भाजपा पहली बार अपने बल पर हरियाणा में सत्ता में आई थी, तो अनिल विज, राम बिलास शर्मा सहित कुछ अन्य भाजपा नेताओं के साथ सीएम पद के लिए सबसे आगे थे। लेकिन पार्टी ने पहली बार विधायक बने खट्टर को मुख्यमंत्री बना दिया। वहीं मार्च 2024 में अनिल विज की नाराजगी उस समय फिर सामने आई, जब पार्टी ने जब मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को राज्य का सीएम बना दिया। विज ने तब कहा था कि, उन्हें इस बारे में चंडीगढ़ में भाजपा विधायकों की बैठक में ही पता चला जिसमें सैनी के नाम की घोषणा की गई थी।
अक्टूबर 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले सितंबर में विज ने कहा था कि, अगर पार्टी सत्ता में आती है तो वह मुख्यमंत्री पद पर दावा पेश करेंगे।
राजस्थान में भी बगावती सुर
वहीं राजस्थान के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा अपनी ही सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगा रहे हैं। अब किरोड़ी लाल मीणा को भी पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भेजा है। कुछ दिन पहले किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही सरकार पर अपने फोन टैपिंग करने का आरोप लगाया था। नोटिस मिलने के बादकैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि, ‘मुझे कारण बताओ नोटिस के बारे में जानकारी नहीं है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं। नोटिस प्राप्त होते ही तय समय अवधि में पार्टी नेतृत्व का जवाब भेज दूंगा।