नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने 19 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में अपना घोषणा पत्र जारी किया। इस दौरान पार्टी ने विधानसभा चुनाव को लेकर कई घोषणाएं कीं। पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान घोषणा पत्र समिति के सदस्यों सहित वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में यह घोषणा पत्र जारी किया।
जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है। चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों के तहत मतदान होगा। इसमें 18 सितंबर को पहले चरण, 25 सितंबर को दूसरे चरण और 1 अक्टूबर को तीसरे चरण का मतदान होगा। चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
अनुच्छेद 370 को बहाल करने का वादा
फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार ने राज्य में 1953 से पहले की संवैधानिक स्थिति को बहाल करने की मांग करते हुए जून 2000 में विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया था। हालांकि, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इसे अस्वीकार कर दिया था। इसके अलावा, मोदी सरकार ने 2019 में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया।
मुफ्त बिजली, युवाओं के लिए रोजगार आदि का भी ऐलान
घोषणा पत्र जारी करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'हमारा घोषणापत्र कार्यालय में बैठकर नहीं बल्कि लोगों की राय को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी की स्थिति हम सभी जानते हैं, भर्ती प्रक्रिया में धोखाधड़ी हुई और युवाओं को नौकरी नहीं मिली। हम युवाओं से व्यापक वादे कर रहे हैं और बेरोजगारी के मुद्दे पर काम करेंगे। हम पानी और बिजली के मुद्दे पर भी काम करेंगे और 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त देंगे। कुछ लोग अधिक वादे करेंगे, लेकिन ये वादे किसी फायदे के नहीं हैं, क्योंकि वे भविष्य में सत्ता में नहीं रहने वाले हैं।'