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'कंगना रनौत का मत पार्टी का नहीं है': किसानों पर विवादित बयान के बाद BJP ने मंडी सांसद को चेताया

Kangana Ranaut: किसानों के विरोध-प्रदर्शन पर अभिनेत्री से नेत्री बनीं कंगना रनौत की टिप्पणी से असहमति जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार (26 अगस्त) को कहा कि मंडी से लोकसभा सांसद को भविष्य में इस तरह के बयान नहीं देने के निर्देश दिए गए हैं

अपडेटेड Aug 26, 2024 पर 6:10 PM
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Kangana Ranaut: बीजेपी आलाकमान ने कंगना रनौत को सख्त लहजे में कहा है कि आगे इस तरह से बयान न दें

Kangana Ranaut Remark Row: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार (26 अगस्त) को एक्ट्रेस और मंडी से सांसद कंगना रनौत के किसानों पर दिए गए विवादित बयान से "असहमति" जताते हुए किनारा कर लिया। बीजेपी सांसद ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि अगर सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के विरोध-प्रदर्शन से "बांग्लादेश जैसी स्थिति" पैदा हो सकती थी। किसानों के विरोध पर उनकी टिप्पणी से विवाद खड़ा होने के बाद कंगना रनौत को बीजेपी नेतृत्व ने फटकार लगाई है।

BJP के केंद्रीय मीडिया विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, पार्टी ने मंडी की सांसद को हिदायत भी दी कि वह इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें। बयान में कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' और सामाजिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है।

बयान में कहा गया है, "भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान, पार्टी का मत नहीं है। भाजपा कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है। पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं।"


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बयान में कहा गया कि भाजपा की ओर से कंगना रनौत को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें। पार्टी ने कहा, "भाजपा 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है।"

कंगना ने क्या कहा था?

पीटीआई के मुताबिक, एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि तीन विवादास्पद कृषि विधेयकों को वापस ले लिया गया, नहीं तो 'इन उपद्रवियों' की बहुत लंबी योजना थी और वे देश में कुछ भी कर सकते थे। रनौत ने इस इंटरव्यू में यह भी कहा था कि अगर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता, तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता।

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माइक्रोब्लॉगिंग साइट X पर शेयर किए गए एक वीडियो में कंगना को यह कहते हुए सुना गया, "किसानों के विरोध-प्रदर्शन के नाम पर बांग्लादेश जैसी अराजकता भारत में भी हो सकती थी। बाहरी ताकतें अंदरूनी लोगों की मदद से हमें नष्ट करने की योजना बना रही हैं। अगर हमारे नेतृत्व की दूरदर्शिता नहीं होती तो वे सफल हो जाते।" उन्होंने यह भी कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार तथा हत्याएं हो रही थीं।

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