Kali Idol In Bengal Police Van Row: पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में देवी मां काली की एक क्षतिग्रस्त मूर्ति को लेकर बुधवार (22 अक्टूबर) को राजनीतिक घमासान शुरू हो गया। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। साथ ही भगवा पार्टी ने बंगाल पुलिस पर एक वैन में मूर्ति को ले जाने का आरोप लगाया। जबकि तृणमूल ने बीजेपी पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश का आरोप लगाया। वहीं, पुलिस ने लोगों से गलत सूचना पर विश्वास न करने की अपील करते हुए कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान एवं गिरफ्तारी के लिए जांच की जा रही है।
अधिकारियों के अनुसार, यह घटना काकद्वीप विधानसभा क्षेत्र में सूर्यनगर ग्राम पंचायत क्षेत्र के एक गांव में हुई। यहां स्थानीय लोगों को एक मंदिर में देवी काली की क्षतिग्रस्त मूर्ति मिली। यह विवाद सबसे पहले तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर मां काली की मूर्ति के अपमान की तस्वीरें सामने आईं।
ममता सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप
बीजेपी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए निशाना साधा है। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि यह वारदात 'जिहादी तत्वों' ने किया। उन्होंने राज्य सरकार पर घटना को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
अधिकारी ने X पर पोस्ट किया, "वीडियो में दिख रहे दृश्य को बांग्लादेश समझने की भूल न करें। यह पश्चिम बंगाल की मौजूदा स्थिति है। मैंने बार-बार कहा है कि पश्चिम बंगाल को पश्चिमी बांग्लादेश में बदलने की साजिश चल रही है...अगर हिंदू अभी नहीं जगे तो आने वाले दिनों में बहुत बड़ा खतरा है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन ने शुरू में इस मुद्दे को प्रकाश में आने से रोकने की कोशिश की थी। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने भी राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह घटना तृणमूल कांग्रेस सरकार की प्रशासनिक उदासीनता का स्पष्ट प्रतिबिंब है।
मालवीय ने X पर लिखा, "ममता बनर्जी की पुलिस मां काली को जेल वैन में ले गई! शर्म की बात है। इस अपमान को छिपाने की कोई जगह नहीं है।" BJP नेता ने प्रशासन पर इस घटना को दबाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "पुलिस ने शुरुआत में ग्रामीणों को धमकाया और मंदिर के द्वार बंद कर दिए। लेकिन स्थानीय लोगों के कड़े विरोध के बाद उन्हें फिर से खोलना पड़ा।" मालवीय ने आगे लिखा, "कल, उत्तरी चंदननगर गांव (सूर्यनगर ग्राम पंचायत, काकद्वीप विधानसभा क्षेत्र) के पूजा पंडाल से जिहादियों ने मां काली की मूर्ति को खंडित कर दिया और देवी का सिर काट दिया।" उन्होंने कहा कि यह न केवल हिंदू आस्था का अपमान है, बल्कि बंगाल की आत्मा पर हमला है।
वहीं, पश्चिम बंगाल पुलिस ने X पर पोस्ट किया, "काकद्वीप में हुई एक घटना के बारे में कुछ लोग गलत सूचना फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। तथ्य यह है कि सूर्यनगर ग्राम पंचायत के एक गांव के मंदिर में देवी काली की मूर्ति आज सुबह क्षतिग्रस्त पाई गई। इस शरारत के पीछे के व्यक्ति/व्यक्तियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं। घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।" पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने क्षतिग्रस्त मूर्ति के मुद्दे पर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था। उन्होंने विसर्जन करने से भी इनकार कर दिया।
पुलिस ने कहा, "पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जाम हटाने के लिए घंटों तक समझाया क्योंकि जनता को गंभीर असुविधा हो रही थी। मरीजों को ले जा रही एंबुलेंस भी फंसी हुई थीं। जब प्रदर्शनकारी नहीं माने और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। इसके बाद मूर्ति विसर्जन की प्रक्रिया शुरू की गई।" तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश का आरोप लगाया है।
तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता ने पीटीआई से कहा, "BJP इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने और माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। पुलिस को जांच पूरी करने दीजिए। हम इस इलाके में सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी कोशिश की निंदा करते हैं।" अधिकारियों ने बताया कि इलाके में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की स्थिति को बढ़ने से रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।