Punjab Elections 2022: पंजाब में 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य का माहौल पूरे शबाब पर है। इसी के साथ ये भी चर्चा हो रही है कि इस बार पंजाब में किस पार्टी का उम्मीदावर सबसे अधिक अमीर और किसकी संपत्ति सबसे कम है। पंजाब में विधानसभा चुनाव के तीन उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में घोषित किया है कि उनके पास सिर्फ 2,000 रुपये से 4,200 रुपये के बीच की संपत्ति है।
लुधियाना के पायल निर्वाचन क्षेत्र से 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने वाले निर्दलीय उम्मीदवार 62 वर्षीय हरचंद सिंह (Harchand Singh) ने महज 2,000 रुपये की संपत्ति घोषित की है, जो सिंह और उनकी पत्नी के नाम पर बैंक में जमा हैं।
इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के 25 वर्षीय मुनीश कुमार ने घोषणा की है कि उनके पास महज 2,100 रुपये की संपत्ति है। उनके हलफनामे के अनुसार, 2,000 रुपये उनके हाथ में नकद है और 100 रुपये बैंक अकाउंट में जमा है।
वह पठानकोट जिले के भोआ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, कुमार के साथी पार्टी सदस्य और अमृतसर (उत्तर) से उम्मीदवार दविंदर सिंह ने घोषणा की है कि उनके पास केवल 4,200 रुपये हैं। इसके विपरित पंजाब के सबसे अमीर उम्मीदवारों के पास करोड़ों की संपत्ति है।
रिपोर्ट के अनुसार विधानसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के पास औसतन 4.31 करोड़ रुपये की संपत्ति है और 2017 में यह आंकड़ा 3.49 करोड़ था। मोहाली से आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार कुलवंत सिंह ने सबसे अधिक 238 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस नेता करन कौर बराड़ का नंबर आता है जिनके पास क्रमश: 202 और 155 करोड़ रुपये की संपत्ति है। बराड़ मुक्तसर से चुनाव मैदान में हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी विधानसभा चुनाव लड़ने वाले करोड़पति उम्मीदवारों की लिस्ट में शामिल हैं। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में 9 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है। 2022 के चुनावों के लिए चन्नी कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
वहीं, पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे 1276 उम्मीदवारों में से 25 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। पंजाब इलेक्शन वॉच द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है ।पंजाब विधानसभा चुनाव एक ही चरण में 20 फरवरी को होंगे। मतगणना 10 मार्च को उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड के साथ होगी।