राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने अपनी एक और बजट घोषणा को अमली जामा पहना दिया है। सीएम ने ‘महिला निधि’ योजना लॉन्च कर दी है। महिला समानता दिवस पर महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक उन्नति के लिए गहलोत ने इस योजना को मील का पत्थर बताया है। इस योजना के तहत अब प्रदेश की महिलाओं को रोजमर्रा की आवश्यकताओं के अलावा कारोबार बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इसके साथ ही महिलाओं को आसानी से लोन भी मुहैया कराया जा सकेगा।
महिलाओं के लिए समाजिक बदलाव की जरूरत
महिला समानता दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि महिलाओं की स्थिति बेहतर बनाने के लिए सिर्फ कानून ही काफी नहीं है, उनके साथ समानता के व्यवहार के लिए सामाजिक सोच में बदलाव की जरूरत है। राज्य सरकार की ओर से महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार समेत स्वयं की सुरक्षा और आईटी प्रशिक्षण आदि के लिए तेज गति से काम हो रहा है। ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें और प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी निभा सकें।
तेलंगाना के बाद राजस्थान देश का दूसरा राज्य है, जहां महिला निधि की स्थापना की गई है।
महिलाओं की होगी सामाजिक और आर्थिक उन्नति
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि बजट 2022-23 में महिला निधि की स्थापना राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् के जरिए ऐलान किया गया था। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के बाद राजस्थान देश का दूसरा राज्य है। जहां महिला निधि की स्थापना की गई है। महिला स्वयं सहायता समूह को मजबूत बनाने, बैकों से लोन दिलाने, गरीब, सम्पत्तिहीन और सीमान्त महिलाओं की इनकम बढ़ाने और महिलाओं में स्किल डेवलपमेंट के लिए इस निधि की घोषणा की गई है। इससे महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक उन्नति होगी।
महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए कई योजनाएं चल रही हैं।
48 घंटे में मिल सकेगा 40000 रुपये तक का लोन
बत दें कि इस योजना के तहत 40,000 रूपये तक का लोन 48 घंटे मिल जाएगा। वहीं 40,000 रूपये से ज्यादा का लोन 15 दिन में अकाउंट में पहुंच जाएगा। मौजूदा समय में राज्य के 33 जिलों में 2.70 लाख स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है। जिसमें 30 लाख परिवार जुड़ चुके हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में 50,000 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जाने का प्रस्ताव है। इसमें करीब 6 लाख परिवारों को जोड़ा जाएगा। राज्य में कुल 36 लाख परिवारों को उनकी जरूरतों के मुताबिक चरणबद्ध तरीके से लाभ मिलेगा।
40,000 रुपये से ज्यादा का लोन 15 दिन में अकाउंट में आ जाएगा।
गहलोत ने इस अवसर पर बेहतर काम करने वाली महिलाओं को पुरस्कार दिया गया। सीएम ने 6 जिलों के 386 स्वयं सहायता समूहों की सदस्यों को 1.42 करोड़ रुपये की राशि राजस्थान महिला निधि से लोन के रूप में दी है।
सीएम अशोक गहलोत ने महिलाओं को किया सम्मानित