Rajya Sabha Election 2024: देश में तीन राज्यों की 15 राज्यसभा सीटों के लिए आज यानी मंगलवार (27 फरवरी) को मतदान होने वाला है। चुनाव आयोग ने पिछले महीने 56 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की थी। इनमें से 41 सीटों के लिए सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। राज्यसभा की 15 सीटों के लिए जिन राज्यों में वोटिंग होनी है, उनमें उत्तर प्रदेश की 10, कर्नाटक की 4 और हिमाचल प्रदेश की 1 सीट शामिल है। यूपी, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की ओर से जीत की संभावना के अतिरिक्त (संख्या बल के हिसाब से) एक-एक उम्मीदवार ज्यादा उतारे जाने से मुकाबला रोचक हो गया है। राज्यसभा की 10 सीट के लिए मतदान सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक निर्धारित है। उसके बाद उसी दिन शाम 5 बजे से मतगणना होगी।
यूपी में क्रॉस वोटिंग की आशंका
यूपी में क्रॉस वोटिंग की आशंका है, क्योंकि सोमवार रात समाजवादी पार्टी (SP) के 8 विधायक उस रात्रिभोज में नहीं पहुंचे, जिसकी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मेजबानी की थी।उनके शामिल न होने पर सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। सपा के एक बड़े नेता ने बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को पार्टी के सभी विधायकों को बुलाया था।
उन्हें चुनावी बारीकियां समझाने के लिए बुलाया गया था। लेकिन उसमें ऊंचाहार से सपा के वरिष्ठ विधायक मनोज पांडेय, मुकेश वर्मा (शिकोहाबाद), महाराजी देवी (अमेठी), पूजा पाल (कौशांबी), राकेश पांडेय (अंबेडकर नगर), विनोद चतुर्वेदी (कालपी), राकेश प्रताप सिंह (गौरीगंज), अभय सिंह (गोसाईंगंज) नदारद रहे। ऐसा माना जा रहा है कि देश में आम चुनाव से ठीक पहले हो रहे राज्यसभा चुनाव के नतीजों का राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश पर प्रभाव पड़ेगा।
किसके पास कितना है संख्या बल?
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के पास क्रमशः 7 और 3 सदस्यों को निर्विरोध राज्यसभा भेजने के लिए विधानसभा सदस्यों का पर्याप्त संख्या बल है। लेकिन बीजेपी ने अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को मैदान में उतारा है, जिससे एक सीट पर कड़ी प्रतिस्पर्धा होने की संभावना है। स्थानीय उद्योगपति और पूर्व सपा नेता सेठ 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे। सेठ ने गत दिनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया था।
कुल 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा और सपा क्रमशः 252 विधायकों और 108 विधायकों के साथ दो सबसे बड़े दल हैं। सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीट हैं। बीजेपी की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) को 13, निषाद पार्टी को 6, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को 9, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को 6, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो और बहुजन समाज पार्टी (BSP) को एक सीट मिली है। फिलहाल विधानसभा में 4 सीट खाली हैं।
बीजेपी द्वारा मैदान में उतारे गए 7 अन्य उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री आर पी एन सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन हैं। सपा ने अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, रिटायर आईएएस अधिकारी एवं राज्य के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को मैदान में उतारा है।
विधानसभा में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि सभी सपा विधायक राज्यसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मतदान करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या सपा उम्मीदवारों के लिए अंतत: एक वोट की कमी पड़ सकती है, पांडेय ने पीटीआई से कहा, "हमारे वोट कम कैसे रहेंगे? हमारे लोगों ने सुभासपा और रालोद से (2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव) लड़ा था और मूल रूप से वे सपा से हैं।"
पांडेय ने विश्वास जताया कि सुभासपा (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) और RLD (राष्ट्रीय लोक दल) के विधायक सपा उम्मीदवारों को वोट देंगे। दोनों दल BJP के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गए हैं।
समाजवादी पार्टी की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) नेता पल्लवी पटेल ने पहले कहा था कि वह राज्यसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगी क्योंकि वह बच्चन और रंजन को मैदान में उतारने के सपा के फैसले से सहमत नहीं हैं। हाल में NDA में शामिल हुए राष्ट्रीय लोकदल की राज्य इकाई के प्रमुख रामाशीष राय ने कहा कि RLD के सभी विधायक मौजूदा राज्यसभा चुनाव में BJP उम्मीदवारों को वोट देंगे।